किरंदुल थाना के ग्राम गुमियापाल जंगल में नक्सलियों का जमावड़ा मारे गए साथियों का स्मारक बनाना और संगठन की मजबूती के लिए नए लड़ाकों की भर्ती करना था। बीती रात जंगल में नक्सलियों ने ग्रामीणों की बैठक ली। सुबह फोर्स पहुंची और मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए। सूत्रों की माने तो नक्सली लीडर ने ग्रामीणों को स्मारक बनाने रेत, गिट्टी, ईंट की व्यवस्था करने कहा था। तभी किसी ने यह जानकारी फोर्स तक पहुंचा दी।
पुलिस मानसून में बड़े आपरेशन की बजाए पिन पाइंट क्विक एक्शन पर काम कर रही है। इसके लिए भरोसेमंद सूत्र ग्रामीण इलाके में तैयार किया गया है। इन्हीं की सूचना पर नक्सलियों की तर्ज पर स्माल एक्शन टीम भेजकर बिना नुकसान के आपरेशन पूरा किया।
पुलिस सूत्रों की माने तो किरंदुल और कटेकल्याण इलाके में बड़े नक्सलियों की मौजूदगी है। वे लगातार ग्रामीणों की बैठक ले रहे हैं। शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात भी गुमियापाल के जंगल में ग्रामीणों की बैठक आयोजित की गई थी जिसमें ग्रामीणों के अलावा मारे गए नक्सलियों के साथ डिवीजन कमेटी सदस्य जगदीश, पोदिया, जोनल कमेटी सदस्य चैतू, श्याम, प्रदीप आदि भी मौजूद थे।
वे चाहते थे कि हाल ही में मारे गए नक्सली गुड्डी, हुर्रा और अन्य नक्सलियों की याद में एक स्मारक बनाया जाए। इसके लिए वे मौजूद ग्रामीण और नक्सलियों से सामग्री एकत्र करने की जिम्मेदारी भी तय कर दी थी।
लेकिन स्मारक कहां बनाया जाना था, इसका खुलासा नहीं हो पाया। साथ ही संगठन के लिए गांव से लड़ाकों की मांग की गई है। ज्ञात हो कि मानसून के दौरान ही नक्सली संगठन में नई भर्ती और ग्रामीणों तक पैठ जमाने प्रचार-प्रसार पर जोर देते हैं।
आपरेशन में शामिल जवानों के अनुसार मुठभेड़ के दौरान श्याम, चैतू, जगदीश, पोदिया आदि नक्सली लीडर भी मौजूद थे। फायरिंग शुरू होते जगदीश, पोदिया और अन्य नक्सली ग्रामीणों के साथ कीचड़ में कूद गए। इससे सभी का शरीर कीचड़ से सना गया और उन्हीं के आड़ में भाग निकले।
जिले में नक्सली आपरेशन के दौरान महिला कमांडोज की भागीदारी लगातार बनी हुई है। बीती रात जिला मुख्यालय से निकली डीआरजी की टीम में चुनिंदा दस महिला कमांडो को भी शामिल किया गया। वे पुरूषों के साथ बाइक से ही गुमियापाल तक पहुंची।
इसके बाद वे पैदल जंगल में घुसे और सुबह करीब सवा छह बजे आपरेशन को अंजाम दिया। करीब एक घंटे तक दोनों ओर से फायरिंग हुई। इसके बाद किरंदुल और दंतेवाड़ा से अतिरिक्त फोर्स मौके के लिए रवाना किया गया। जिन्होंने एरिया सर्चिंग और शव मुख्यालय तक लाने में सहयोग किया।
गुमियापाल मुठभेड़ में मारी गई नक्सली मंगली, नक्सली नेता देवा उर्फ विनोद की पुत्री और जगदीश की पत्नी है। जगदीश और विनोद दोनों सीसी मेंबर हैं तथा इन पर क्रमशः 8 व 10 लाख का इनाम घोषित है। इनका दबदबा दरभा डिवीजन कमेटी में बना हुआ है। सुकमा, दंतेवाड़ा जिले में इनकी धमक बनी हुई है। दोनों जिलों के कई नक्सली वारदात में इनकी संलिप्तता पुलिस रिकार्ड में है।