छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के शिक्षा विभाग में करोड़ों का घोटाला सामने आया है. मिली जानकारी के मुताबिक जशपुर जिले के स्कूलों में चार गुने दाम पर फायर गैस सिलेंडर की सप्लाई कर शासकीय राशि का बंदरबाट किया गया है. आपको बता दें कि इससे पहले भी शिक्षा विभाग में खेलगढ़ी और शाला अनुदान की राशि में जमकर भ्रष्टाचार हो चुका है. इस मामले में 1400 की अग्निशामक यंत्र की सप्लाई लगभग 5 हजार रुपए में की जा रही है.
मिलीभगत का आरोप
मिली जानकारी के मुताबिक जशपुर जिले के शासकीय हाईस्कूल और माध्यमिक विद्यालयों में बाजार दर से चार गुने ज्यादा दाम पर अग्निशामक गैस सिलेण्डर की सप्लाई की जा रही है. दरअसल जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सप्लायर से मिलीभगत कर जिले के सभी स्कूलों में सरकारी दस्तावेज की आग से सुरक्षा के लिए अग्निशामक यंत्रों की स्थापना कराए जाने का लेटर जारी किया गया है. इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी का पत्र दिखाकर एसके एसोसिएट्स द्वारा प्रत्येक स्कूलों में 2 अग्निशामक यंत्र देकर 4 हजार 9 सौ 58 रुपए प्रति सिलेंडर के हिसाब से 9 हजार 9 सौ 16 रुपए का बिल देकर पैसा वसूला जा रहा है.

अग्निशामक यंत्र खरीदी के नाम पर ये घोटाला किए जाने का आरोप लगा है.
अमानक स्तर का है अग्निशामक यंत्र
दरअसल मामले की पड़ताल किए जाने पर पता चला की जो अग्निशामक स्कूलों में दिया जा रहा है वो अमानक स्तर का है. वहीं बाजार भाव से चार गुने ज्यादा दाम पर इसकी खरीदी किए जाने से शिक्षा विभाग में एक बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है.

अमानक स्तर का है अग्निशामक यंत्र. कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा.
वहीं मामले में अब भाजपा ने प्रदेश की भुपेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है. भाजपा जिला महामंत्री शंकर प्रसाद गुप्ता ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच की जानी चाहिए. वहीं शिक्षा विभाग में हो रहे इस बड़े भ्रष्टाचार के खुलासे से प्रशासनिक महकमे में भी हड़कंप मच गया है. वहीं कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सम्बंधित सप्लायर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है.