पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री चौना मेन ने राज्य की भाजपा सरकार का 520.98 करोड़ रुपए के घाटे वाला बजट पेश किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप, 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए बजट में कृषि पर जोर दिया गया है।
इसके साथ ही भारत में बनी विदेशी शराब, बीयर और वाइन पर लगने वाले शुल्क की दर को बढ़ा दिया गया है। जिससे राज्स्व घाटे को कम किया जा सके।
बता दें कि राज्य लगातार दूसरी बार भाजपा सत्ता में आई है। इसके साथ ही पेमा खांडू दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं। खांडू की अगुवाई वाली सरकार का यह पहला बजट है। बजट में मछली और मछली दाना का उत्पादन बढ़ाने के लिए ‘नीली क्रांति’ शुरू करने का प्रस्ताव है।
इसके लिए नए कार्यक्रमों, ‘मुख्यमंत्री नील क्रांति अभियान’ की शुरुआत की जाएगी। जिसके तहत विशेष जलीय कृषि के लिए नए तालाब खोदने, पानी में डूबे क्षेत्रों को पुनर्जीवित करने, मौजूदा तालाबों का कायाकल्प करने, मौजूदा हैचरी का नवीनीकरण करने, नर्सरी बनाने और सजावटी मछली पालने के लिए जगह विकसित की जाएगी।
वित्त मंत्रालय का भी जिम्मा संभाल रहे मैन ने 2019-20 के बजट अनुमान में कहा कि सरकार को 2018-19 के 13,483 करोड़ रुपए के संशोधित अनुमानों के मुकाबले चालू वित्त वर्ष में 13,406.78 करोड़ रुपए के राजस्व व्यय की उम्मीद है।
सरकार ने किसानों के लाभ के लिए बाजार स्थापित करने का प्रस्ताव किया है। यह बाजार ई-नाम (राष्ट्रीय कृषि बाजार) से जुड़ा होगा जिससे कृषकों के उपज की ऑनलाइन बिक्री की जा सकेगी।