छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में उफनती नदी के बीचों बीच एक मोटर बोट खराब हो जाने से करीब दो दर्जन लोग बीच नदी में फंस गए. नदी में फंसे लोगों को जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा 6 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सुरक्षित बाहर निकाला लिया गया है. रेस्क्यू टीम के साथ दंतेवाड़ा के कलेक्टर व एसपी भी मौजूद थे. जानकारी के मुताबिक दंतेवाड़ा के मुचनार घाट पर ग्रामीण बोट से इंद्रावती नदी पार कर रहे थे. मोटर बोट खराब हो जाने के कारण 22 ग्रामीण नदी के बीच में ही फंस गए. नदी के बीच चट्टान का सहारा लेकर ग्रामीण वहीं रूक गए.
जिंदगी और मौत के बीच 6 घंटे की जद्दोजहद
उफनती नदी और बीच टापू पर फंसे 22 लोग…जिंदगी और मौत के बीच 6 घंटे जद्दोजहद के बाद जो तस्वीरें आई है, वो राहत देनेवाली है. लेकिन इन तस्वीरों के पहले के 6 घंटे का एक-एक पल रोंगटे खड़े कर देने वाला था. रेस्क्यू कर बचाए गए ग्रामीणों की आंखों में उन 6 घंटों का खौफ साफ दिख रहा था. ग्रामीणों में छोटा सा बच्चा भी शामिल था जिसका सामना इसी छोटी सी उम्र में मौत से हो गया.

रेस्क्यू कर बचाया गया मासूम
कैसे फंसे ग्रामीणों नदी के बीचों बीच
दरअसल, बारसूर थाना क्षेत्र के गांववाले मोटरबोट से नदी पार कर रहे थे. तभी बीच नदी में मोटर बोट में तकनीकि खराबी आ गई और वो नदी के बीच तेज धार में फंस गई. हालांकि ग्रामीण और नाविक ने सूझबुझ दिखाई और बोट को चट्टान के करीब ले गए. बोट पर सवार लोग नदी के बीचों बीच चट्टान पर उतर गए. बीच नदी में लोगों के फंसने की खबर प्रशासन को लगी. रेस्क्यू की टीम बुलाई गई. जिसके बाद फरिश्ते बनकर पहुंचे गोताखोरों ने संकट में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर निकाला.
