जिले के बकावंड रेंज के अंतर्गत संधकरमरी के जंगल में शनिवार को सुबह महुआ बिनने गए ग्रामीण पर भालू ने हमला कर दिया। भालू के हमले से जख्मी ग्रामीण ने किसी तरह पास के पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई। उसका उपचार सीएचसी बकावंड में चल रहा है। पोटियावंड निवासी जगबंधु पिता गोपाल (52) महुआ बिनने जंगल गया था। महुआ पेड़ के नीचे संग्रहण के लिए पहले आग लगाने की वजह से वहां पत्ते नहीं थे जिससे उसे भालू की आहट नहीं मिली और भालू ने अचानक उसे पीछे से दबोच लिया। भालू ने उसके दोनों जांघ और पैर को जख्मी कर दिया। भालू से दो-दो हाथ करते हुए जगबंधु ने किसी तरह पास के पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई। पास में महुआ बिन रहे अन्य ग्रामीणों के हल्ले पर जब भालू भाग खड़ा हुआ तो ग्रामीणों ने 108 एम्बूलेंस को कॉल कर उसे बकावंड सीएचसी में लाकर भर्ती कराया। वन विभाग के कर्मचारियों ने उसकी हालत को देखकर एक हजार रुपये की मदद की। रेंजर राजकुमार ध्रुव ने बताया कि भालू के हमले से जख्मी होने पर मुआवजा की पात्रता नहीं है वन विभाग पीडि़त को दवाई का खर्च मेडिकल स्टोर के बिल के आधार पर प्रकरण बना कर देती है।