छत्तीसगढ़ के बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले में अब पेंशन की राशि कैश भी दी जाएगी. कई इलाकों में बैंक की अनुपलब्धता की वजह से हितग्राहियो को इसका फायदा नहीं मिल पाता था. वहीं मनरेगा की मजदूरी का भी शत-प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित करने की बात श्रम मंत्री टीएस सिंहदेव ने की है. जिलों के सीईओ को वीडिये कांफ्रेंसिंग के जरिए सिंहदेव ने कहा कि हर महीने अब वरिष्ठ अधिकारी भुगतान का ब्योरा देंगे. साथ ही यह भी सुनिश्चित करेंगे कि हितग्राहियों के हाथ में रुपये आए या नहीं.
छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार की हार की एक बड़ी वजह मनरेगा के मजदूरों की लंबित मजदूरी और वृद्धावस्था पेंशन में गड़बड़ी भी थी. पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने बीते मंगलवार को सभी जिलों के सीईओ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. वहीं उन्होंने बताया कि इस वीसी में जानकारी मिली कि नरवा, गरवा, घूरवा बाड़ी के प्रोजेक्ट को गांव के लोग स्वीकार कर रहे हैं. पलायन की स्थिति पर चर्चा हुई.
मंत्री सिंहदेव ने इस बात से इनकार किया कि नक्सली कभी मजदूरी या पेँशन के आड़े आए. उन्होंने कहा कि हितग्राहियों से पता चला कि अधिकारियों की लापरवाही इसमें प्रमुख वजह बनी है. उन्होंने चेतावनी दी कि अब ऐसा नहीं चलेगा. हालांकि टी एस सिंहदेव से जब पूछा गया कि क्या चुनाव इस सख्ती की वजह है तो उन्होंने माना कि चुनाव एक प्रेशर पॉइंट बनता है, लेकिन पूरी कवायद उसका हिस्सा नहीं है.