कड़कनाथ मुर्गा के माध्यम से पशुपालन विभाग बस्तर में रोजगार की अपार संभावना जुटाने का कार्य कर रहा है और इसके माध्यम से बस्तर के बेरोजगारों को आर्थिक लाभ के साथ परिवार का भरण-पोषण करने का सहारा प्राप्त हो सकेगा। जानकारी के अनुसार इस विशेष प्रजाति के कड़कनाथ मुर्गा पर कृषि महाविद्यालय में अनुसंधान कर इसकी संख्या बढ़ाने की कोशिश सफल रही है और अब पशुपालन विभाग के माध्यम से यह योजना चलाने की कोशिश की जा रही है। उल्लेखनीय है कि इसके लिए बेरोजगारों को कड़कनाथ के चूजे सरकार पोल्ट्री फार्म से प्रदान करेगी और उन्हें इसके विकसित करने के लिए सुविधायें व जानकारी देगी। वर्तमान में इन चूजों की कीमत 600 रुपये किलो रखी गई है, लेकिन शीघ्र ही इसका मूल्य भी कम हो जायेगा। इस संबंध में पशुपालन विभाग के सूत्र बताते हैं कि काले रंग के कड़कनाथ मुर्गे की मांग देश के कोने-कोने तक है। इसके मांस का रंग और स्वाद अलग होने के चलते इसकी मांग भी बढ़ गई है। कृषि महाविद्यालय में इसके सफल परीक्षण के बाद पशुपालन विभाग ने इसकी योजना बनाई है। इस संबंध में पशुपालन विभाग की उपसंचालक डॉ लक्ष्मी अजगले ने बताया कि, कड़कनाथ पालन योजना का सबसे अधिक फायदा बस्तर के बेरोजगारों को मिलेगा।