“धान खरीदी की शुरुआत के साथ ही प्रदेश के मुखिया, सीएम विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा “आज भोर की सुनहरी किरणों के साथ छत्तीसगढ़ की धरती पर फिर शुरुआत हुई है छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की। यह धान खरीदी किसान भाइयों की मेहनत और सरकार पर उनके विश्वास का उत्सव है।”
सक्ती: आज से छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की शुरुआत होने जा रही है। सरकार ने किसानों से किये गये अपने वादे के मुताबिक़ धान ख़रीदी के लिए जिला स्टार पर व्यापक तैयारियां की हुई है। हालांकि इस बीच सरकार के लिए गए फैसले से हड़कंप मच गया है।
दरअसल राज्य सरकार के निर्देश पर सक्ती जिले में सहकारी सेवा समिति के सात कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। सभी कर्मचारियों पर धान ख़रीदी की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करने के गंभीर आरोप लगे है। वही प्रदेश भर में एस्मा कानून भी लागू है, लिहाजा जिला प्रशासन ने अनुशानहीनता बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ फैसला लेकर दूसरे आंदोलनकारी कर्मियों को कड़ा सन्देश दिया है। जिला प्रशासन के इस फैसले से सहकारी समितियों में हड़कंप की स्थिति है।
गौरतलब है कि, छत्तीसगढ़ सरकार आज (15 नवम्बर) से प्रदेशभर के 25 लाख से ज्यादा किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत करने जा रही है। दूसरी और सहकारी समितियों के कर्मचारी चार सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं, जिससे व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका है। लिहाजा अब सरकार ने प्रदेश में एस्मा लागू कर दिया है। इस संबंध में गृह विभाग ने एक आदेश भी जारी किया है।
गृह विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि धान खरीदी की अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की हड़ताल पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। आदेश में कहा गया है कि खरीदी कार्य से इंकार करने वाले कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सरकार का कहना है कि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी और धान खरीदी प्रक्रिया हर स्थिति में निर्बाध रूप से संचालित की जाएगी। गृह विभाग ने निर्देश दिए हैं कि कर्मचारी अपने-अपने कार्यस्थल पर लौटें, अन्यथा आगे कठोर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ सरकार से से 25 लाख से ज्यादा किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करेगी। किसानों को 3,100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से पैसा मिलेगा, लेकिन बेचने के लिए किसानों के हाथ में टोकन ही नहीं है। टोकन तुंहर हाथ ऐप फेल है। इससे किसान रजिस्ट्रेशन नहीं कर पा रहे हैं। प्रदेशभर के किसानों के सामने धान बेचने को लेकर परेशानी खड़ी हो गई है। सरकार ने टोकन को लेकर वैकल्पिक व्यवस्था की, लेकिन दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, सरगुजा और रायगढ़ जैसे बड़े जिलों में अभी भी किसानों को टोकन नहीं मिला है। ऐसे में किसान के माथे पर चिंता की लकीरें हैं।
धान खरीदी की शुरुआत के साथ ही प्रदेश के मुखिया, सीएम विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा “आज भोर की सुनहरी किरणों के साथ छत्तीसगढ़ की धरती पर फिर शुरुआत हुई है छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की। यह धान खरीदी किसान भाइयों की मेहनत और सरकार पर उनके विश्वास का उत्सव है। छत्तीसगढ़ की आत्मा हमारे किसान हैं। उनकी मेहनत को सम्मान देने के लिए 15 नवंबर से पूरे प्रदेश में धान खरीदी व्यवस्थित, पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से शुरू की जा रही है। मैंने सभी ज़िलों में आधारभूत व्यवस्थाएँ समय पर पूरा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि हर किसान बिना किसी परेशानी के अपना धान विक्रय कर सके।”
उन्होंने आगे लिखा “तुँहर टोकन एप, जीपीएस आधारित परिवहन, सतर्क एप, कमांड-एंड-कंट्रोल सेंटर और पारदर्शी सिस्टम…हर स्तर पर तकनीक, पारदर्शिता और किसान-हित ही हमारी प्राथमिकता है।हर कदम पर एक ही संकल्प है: किसान को सुविधा, सम्मान से खरीदी और समय पर भुगतान। छत्तीसगढ़ की समृद्धि का यह सफर आज फिर एक नई उम्मीद और किसानों के अटूट विश्वास की रोशनी के साथ आगे बढ़ रहा है।”
आज भोर की सुनहरी किरणों के साथ छत्तीसगढ़ की धरती पर फिर शुरुआत हुई है छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की । यह धान खरीदी किसान भाइयों की मेहनत और सरकार पर उनके विश्वास का उत्सव है।



