शहर में निर्माण कार्यों की तेजी आ गई है और पूरे शहर में सड़के ही एकमात्र ऐसा स्थान रह गई हैं जहां निर्माण कार्य में लगने वाली रेत, गिट्टी व अन्य निर्माण सामग्री रखी जा सकती है। इस स्थिति में इस रेत गिट्टी को उड़ाने वाली हवायें और वाहनों की रेलपेल से उड़ने वाली धूल व गर्द-गुब्बार लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। नगर में बेतरतीब तरीके से डाले गये मलमा सहित इन निर्माण सामग्रियों के कारण सड़कों पर चलना ही असुरक्षित हो गया है। इसके अलावा अमृत योजना के तहत पाईप लाईन बिछाने वाले ठेकेदार द्वारा असावधानी से किये गये कार्य सड़कों पर होने वाले गड्ढे और उससे निकलने वाली मिट्टी से सड़कों पर आना जाना परेशानियों का कारण बना हुआ। पाईप लाईन बिछाने वाले ठेकेदार की लापरवाही का एक उदाहरण यह है कि स्थानीय शासकीय उच्चतर माधमिक शाला परिसर में चल रहे निर्माण कार्य के लिए नयापारा मार्ग से मिट्टी की ढुलाई की जा रही है और पूरे मार्ग पर कीचड़युक्त मिट्टी को गिरा दिया गया है और पूरी सड़क को कीचड़युक्त कर दिया गया है। इसके अलावा पूरे सड़क पर बारीक मिट्टी के रहने से दिनभर इस क्षेत्र में धूल उड़ती रहती है। मजबूरी में लोग इसी मार्ग से आने-जाने के लिए विवश हैं। ईधर लोकनिर्माण विभाग ने स्पष्ट किया है कि जेसीबी से पाईप लाईन बिछाने जो गड्ढा किया जा रहा है।
उससे लोगों को परेशानी तो हो ही रही है, लेकिन कार्य पूरा होते ही पूरी सड़क को अच्छी स्थिति में करने की कोशिश भी की जा रही है। इस संबंध में लोकनिर्माण विभाग के ईई सीआर पिस्दा ने बताया कि इस संबंध में उन्हें शिकायत प्राप्त हुई है और ठेकेदार से कहा गया है कि सड़क पर मिट्टी न गिराई जाये और यदि मिट्टी गिर गई है तो उसे ठेकेदार ही साफ करवायेगा।