देश में आपातकाल के दौरान जिन लोगों को जेल की हवा खानी पड़ी थी ऐसे बंदियों को पूर्ववर्ती भाजपा प्रदेश सरकार ने 2008 से मीसा बंदियों के नाम से पेंशन दे रही थी। प्रदेश में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने और भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनते ही मीसा बंदियों के पेंशन बंद करने का निर्णय लिया गया। बस्तर जिले में 7 लोगों को मीसा बंदी पेंशन दिया जा रहा था। अब फरवरी माह से इन लोगों को पेंशन बंद किर दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को आदेश जारी कर कार्रवाई शुरू करने कहा है। कलेक्टोरेट में इस आशाय के आदेश मिलते ही कार्रवाई शुरू की गई और मीसा बंदियों का पेंशन रोका गया। कलेक्टर कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में जिन लोगों को पेंशन दिया जा रहा था उनमें 7 लोग शामिल थे। मीसा बंदियों को पेंशन देने 2008 में पूर्ववती भाजपा सरकार ने नियम पारित किया। 2009 में जिले के सात लोगों को पेंशन देने की प्रक्रिया शुरू की गई। ऐसे बंदियों को लोक नायक जयप्रकाश नारायण सम्मान निधी देने का निर्णय लिया गया। तत्पश्चात बंदियों एवं उनके आश्रितों को पेंशन मिलने लगा था।