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मोदी सरकार के कद्दावर मंत्री ने जगदीप धनखड़ को लगाया फोन…..इस्तीफे से पहले क्या हुआ था

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जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया. उनके अचानक इस्तीफे से सियासी हलचल मच गई. अब सवाल है कि आखिर ऐसा हुआ क्या कि उन्हें इस्तीफा देना पड़ा? दरअसल, सरकार को जब पता चला कि जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए विपक्ष के प्रस्ताव को जगदीप धनखड़ ने स्वीकार कर लिया है, तब आनन-फानन में कम से कम दो सीनियर केंद्रीय मंत्रियों ने उनसे संपर्क साधा था. इनमें से एक मंत्री ने फोन पर उन्हें बताया था कि उनके इस कदम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुश नहीं हैं. मगर जगदीप धनखड़ ने जवाब दिया कि वह सदन के नियमों के अनुसार ही कार्य कर रहे हैं.

एचटी की खबर के मुताबिक, हेल्थ मिनिस्टर और राज्यसभा सदस्य जेपी नड्डा और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने ही सोमवार को जगदीप धनखड़ से फोन पर बात की थी. जगदीप धनखड़ को यह फोन तब आया, जब उन्होंने राज्यसभा में 63 सदस्यों के साइन किए गए जस्टिस वर्मा वाले महाभियोग नोटिस के बारे में बात की थी. बता दें कि सोमवार की रात को जगदीप धनखड़ ने अचानक इस्तीफा दिया था.
इस्तीफे से पहले क्या हुआ?

किरेन रिजिजू ने जगदीप धनखड़ से कहा था कि लोकसभा में महाभियोग पर आम सहमति बनाने की एक प्रक्रिया होती है. उन्होंने बताया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने नोटिस पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि प्रधानमंत्री इस अचानक हुए घटनाक्रम से खुश नहीं हैं. लेकिन जगदीप धनखड़ ने जवाब दिया कि वह सदन के नियमों के अनुसार ही काम कर रहे हैं. इस बातचीत के बाद ही जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू ने सोमवार शाम 4:30 बजे होने वाली दूसरी बीएसी बैठक में शामिल न होने का फैसला किया. जगदीप धनखड़ और केंद्रीय मंत्री के बीच यह बातचीत सोमवार दोपहर 12:30 बजे राज्यसभा की पहली बीएसी की बैठक के बाद हुई थी.

कैसे इस्तीफे की नौबत आई?

सूत्रों की मानें तो इस बीएसी वाली बैठक की अध्यक्षता जगदीप धनखड़ कर रहे थे. शाम वाली बैठक में काफी समय तक वह जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू का इंतजार करते रहे, मगर वे नहीं आए. इसके बाद ही जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा देने का फैसला किया. बहरहाल, चुनाव आयोग ने अब नए उपराष्ट्रपति चुनाव कराने की तैयारी शुरू कर दी है. नोटिफिकेशन जारी हो चुका है और बहुत जल्द तारीख सामने आएगी.

कैसे सरकार भी चौंक गई?

जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभिग प्रक्रिया को राज्यसभा में शुरू करने के जगदीप धनखड़ के कदम से सरकार आश्चर्यचकित रह गई थी. यही वह कारण था जिसके चलते उन्हें अचानक इस्तीफा देना पड़ा. सरकार चाहती थी कि यह प्रक्रिया लोकसभा से होकर गुजरे, मगर उससे पहले जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा वाला बम फोड़ दिया. सोमवार यानी 21 जुलाई की रात को जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रपति भवन जाकर इस्तीफा दिया था. उन्होंने मानसून सत्र के पहले दिन ही इस्तीफा दिया.

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