Home News किसानों के समर्थन में एकजुट विपक्ष, एक मंच पर आए राहुल-केजरीवाल

किसानों के समर्थन में एकजुट विपक्ष, एक मंच पर आए राहुल-केजरीवाल

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राजधानी दिल्ली में हजारों किसान अपने आंदोलन के दूसरे दिन भी सड़कों पर दिख रहे हैं. हजारों किसानों का हुजूम दिल्ली के रामलीला मैदान से लेकर संसद की तरफ जाता नजर आ रहा है. इस आंदोलन के लिए किसानों के 200 से भी ज्यादा संगठन दिल्ली पहुंचे हैं. दिल्ली में होने वाले इस आंदोलन के लिए पिछले कई दिनों से किसानों ने दिल्ली पहुंचना शुरू कर दिया था. सभी किसान अब संसद तक मार्च कर रहे हैं. जहां वे सरकार से संसद का विशेष सत्र बुलाने की भी मांग करेंगे. बता दें कि किसान अपनी कर्जमाफी और न्यूनतम समर्थन मू्ल्य को देने की मांग कर रहे हैं. जिसके लिए उन्होंने राजधानी में घेराबंदी करने का फैसला लिया.

राहुल गांधी बोलेः ‘किसान देश पर भार नहीं हैं, किसान देश का सार हैं’

नरेंद्र मोदी और बीजेपी ने पिछले साढ़े चार साल में साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये हिंदुस्तान के 15 सबसे अमीर लोगों का कर्जा माफ किया है और साढ़े 12 लाख करोड़ रुपये, जिसे नरेंद्र मोदी और अरुण जेटली नॉन परफॉर्मिंग एसेट कहते हैं, आने वाले समय में वो इस कर्जे को भी माफ करना चाहते हैं
हम यहां सिर्फ न्याय की बात कर रहे हैं, अगर 15 लोगों का साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये कर्जा माफ किया जा सकता है तो हिंदुस्तान के करोड़ों किसानों का कर्जा माफ किया जाएगा.
हिंदुस्तान का किसान कोई तोहफा नहीं मांग रहा है, कोई फ्री गिफ्ट नहीं मांग रहा है, वो सिर्फ अपना हक मांग रहा है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि किसानों को सही दाम दिलाएंगे, प्रधानमंत्री ने कहा था कि बोनस मिलेगा, MSP बढ़ाई जाएगी और आज हालत क्या है आप बीमा का पैसा देते हो और आपका पैसा अनिल अंबानी की जेब में चला जाता है
किसान ये भी नहीं चुन सकता है कि वह किस कंपनी का बीमा ले. हिंदुस्तान को बांट रखा है, कहीं अंबानी को तो कहीं अडानी को.
किसानों का कर्जा माफ नहीं किया जाता है, आपको आपकी फसल का सही दाम नहीं दिया जाता है, सिर्फ खोखले वादे किए जाते हैं
किसान मोदीजी से अनिल अंबानी का हवाई जहाज नहीं मांग रहा है, वो सिर्फ ये कह रहा है कि अगर आप अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये हिंदुस्तान की एयरफोर्स का पैसा दे सकते हो, अगर आप अपने 15 मित्रों को साढे तीन लाख करोड़ रुपये दे सकते हो, तो हमारी मेहनत के लिए आपको कर्जा माफ करना ही पड़ेगा
मंच पर तमाम राजनीतिक दलों के नेता बैठे हैं. हमारी विचारधाराएं अलग हो सकती हैं लेकिन किसानों और युवाओं के भविष्य के लिए हम सब एक मंच पर खड़े हैं
नरेंद्र मोदी और बीजेपी से हम कहना चाहते हैं कि अगर कानून बदलना पड़े, चीफ मिनिस्टर बदलना पड़े, या प्राइम मिनिस्टर बदलना पड़े, हम किसान का भविष्य बनाकर ही रहेंगे. हम पीछे हटने वाले नहीं हैं

बॉर्डर पर जवान दुखी, खेतों में किसान दुखी
फसल बीमा योजना धोखा है
किसान भीख नहीं, फसल के सही दाम मांग रहे हैं
किसान की फसल MSP पर खरीदे सरकार
नाराज किसानों वाला देश कभी आगे नहीं जा सकता
किसानों पर किए अपने वादे से मुकर गई बीजेपी
प्रधानमंत्री ने किसानों की पीठ में छुरा घोंपा है
बीमा को लिए गए सारे पैसे वापस होने चाहिए
किसान मुआवजा योजना लानी चाहिए
स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करो नहीं तो कयामत ढा देंगे

दिल्ली की सड़कों पर दूर-दूर तक किसान

किसान आंदोलन के दूसरे दिन दिल्ली की सड़कों पर किसानों का एक लंबा हूजूम दिख रहा है. दिल्ली के बाराखंबा रोड से किसानों का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दूर-दूर तक सिर्फ किसान नजर आ रहे हैं.

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