बीजेपी के ‘राजस्थान गौरव संकल्प-2018’ और कांग्रेस के ‘जन घोषणा पत्र’ के बाद अब भारत वाहिनी पार्टी ने भी गुरुवार को अपना घोषणा-पत्र जारी कर दिया है. भारत वाहिनी पार्टी ने अपने घोषणा-पत्र को ‘दृष्टि-पत्र’ के नाम से जारी किया है. पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि दृष्टि-पत्र
लीक से हटकर तैयार किया गया है. दृष्टि-पत्र केवल वोट के लिए नहीं, बल्कि राजस्थान के नव निर्माण का संकल्प है. घोषणा-पत्र में ब्राह्मण, राजपूत, वैश्य आदि को आर्थिक आधार पर 14 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की गई है.
उन्होंने कहा कि अब तक जारी होते रहे घोषणा-पत्र बेमानी साबित हो रहे हैं.
उनके 70 प्रतिशत काम अधूरे रहते हैं. इसीलिए हमने दृष्टि-पत्र जारी किया है. बकौल तिवाड़ी राजस्थान में 10 लाख कर्मचारी होने चाहिए, लेकिन 8 लाख में से 2 लाख 40 हजार पद खाली हैं. हम खाली पड़े पद भरेंगे. 2 लाख नए पद सृजित करेंगे.
ईबीसी के आरक्षण साथ बीजेपी और कांग्रेस ने धोखा किया
तिवाड़ी ने कहा राजस्थान में सर्व दल समभाव हो रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस-बीजेपी ने टिकटों की खरीद फरोख्त की है. राजस्थान में सबसे ज्यादा टिकट बिके हैं. ईबीसी के आरक्षण साथ बीजेपी और कांग्रेस ने धोखा किया है. हम ब्राह्मण, राजपूत, वैश्य आदि को 14 प्रतिशत आरक्षण देंगे.
अगर सता में भागीदारी रही तो इसे तीन महीने में लागू करेंगे. कोई कोर्ट हमें इससे नहीं रोक पाएगा.
ये हैं घोषणा-पत्र की प्रमुख घोषणाएं
राजस्थान में पेयजल का दीर्घकालीन समाधान किया जाएगा.
किसानों को सौर ऊर्जा के आधार पर मुफ्त बिजली दी जाएगी.
कर्ज मुक्त किसान की दिशा में काम करेंगे. एनपीए का 25 प्रतिशत भी आये तो किसान कर्ज मुक्त हो सकता है.
पिछले 5 साल में 27 हजार स्कूल बंद हुए हैं. शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति लेकर आएंगे.
‘आपणी धरती, आपणा लोग’ अभियान चलाया जाएगा. गांवों का इतिहास तैयार किया जाएगा.
गो संवर्धन और सांस्कृतिक जागरण का काम किया जाएगा.