छत्तीसगढ़ में पहले चरण के मतदान के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते ‘लाल आतंक’ अपना कोई असर नहीं दिखा पाया। उधर, चुनाव के दौरान गड़बड़ी फैलाने का मंसूबा पाले सात नक्सलियों को सुरक्षा बलों ने दो मुठभेड़ों में ढेर कर दिया। बीजापुर में जवानों ने मुठभेड़ में पांच नक्सलियों को मार गिराया। दूसरी मुठभेड़ तब हुई जब चुनाव संपन्न कराकर लौट रही जवानों की टीम पर नक्सलियों ने हमला किया, लेकिन यहां भी जवानों ने मुंहतोड़ जवाब देकर दो नक्सलियों को ढेर कर चुनाव प्रभावित करने के उनके मंसूबों को नाकाम कर दिया।
पहली मुठभेड़ तब हुई जब बीजापुर के ग्राम पामेड़ के संवेदनशील मतदान केन्द्र के पास दोपहर को कोबरा बटालियन के जवान मतदान प्रक्रिया की निगरानी कर रहे थे। इस बीच जवानों को जंगल से नक्सलियों की फौज के आने की पुख्ता जानकारी मिली। सूचना के आधार पर बटालियन ने जंगलों में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जवानों को जंगल में आता देख नक्सली भागने लगे। इस बीच कोबरा जवानों ने साहसिक परिचय देते हुए उनका पीछा किया। खुद को घिरता देख नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए कोबरा बटालियन के जवानों ने मुठभेड़ के दौरान पांच नक्सलियों को ढेर कर दिया।
जवानों के आत्मबल को देखते हुए लोकतंत्र के महापर्व को चोट पहुंचाने आए नक्सलियों ने जान बचाकर भागना ही बेहतर समझा। हालांकि इस मुठभेड़ के दौरान पांच जवान भी घायल हो गए लेकिन उनकी हालत खतरे से बाहर है। शाम होने के चलते जवानों ने कॉम्बिंग बंद करते हुए घायल साथी जवानों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया