छत्तीसगढ़ : राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए नामांकन, इसके लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
नई दिल्ली। अगर आप छत्तीसगढ़ के गोपालक हैं और मोटू, कोसली नस्ल की गाय या छत्तीसगढ़ी नस्ल की भैंस पालते हैं तो आपको मोदी सरकार 2 से 5 लाख रुपए तक का ईनाम देगी। इसके लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
दरअसल मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत पशुपालन और डेयरी विभाग, किसानों को स्थायी आजीविका प्रदान करने के लिए पशुपालन और डेयरी क्षेत्र के प्रभावी विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।
भारत की स्वदेशी गोजातीय नस्लें सशक्त हैं और उनमें राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आनुवंशिक क्षमता भी है। वैज्ञानिक तरीके से स्वदेशी गोजातीय नस्लों के संरक्षण और विकास के उद्देश्य से दिसंबर 2014 में ‘राष्ट्रीय गोकुल मिशन (आरजीएम)’ शुरू किया गया था।
स्वदेशी गाय/भैंस नस्ल का पालन करने वाला सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान (पंजीकृत नस्लों की सूची संलग्न)।
सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति (डीसीएस)/दूध उत्पादक कंपनी (एमपीसी)/डेयरी किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ)।
सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी)।
5,00,000/- (पांच लाख रुपये मात्र) -प्रथम रैंक
3,00,000/- (तीन लाख रुपये मात्र) -दूसरी रैंक और
2,00,000/- (रुपये दो लाख मात्र) -तीसरी रैंक
2,00,000/- (दो लाख रुपये मात्र) -उत्तर पूर्वी क्षेत्र (एनईआर) के लिए विशेष पुरस्कार।
5. सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) श्रेणी के मामले में, राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2024 में केवल योग्यता प्रमाण पत्र और एक स्मृति चिन्ह शामिल होगा। कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) श्रेणी में कोई नकद पुरस्कार प्रदान नहीं किया जाएगा।
6. 2024 के पुरस्कारों के दौरान राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए नामांकन 15.07.2024 से शुरू होकर राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल यानी https://awards.gov.in के माध्यम से ऑनलाइन जमा किए जाएंगे और नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि 31.08.2024 होगी। पुरस्कार राष्ट्रीय दुग्ध दिवस (26 नवंबर, 2024) के अवसर पर प्रदान किए जाने हैं। पात्रता और ऑनलाइन आवेदन करने से संबंधित दिशानिर्देशों के बारे में अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट https://awards.gov.in या https://dahd.nic.in देखी जा सकती है।