आजादी के 71 साल बीत चुके हैं लेकिन आज भी हमारे देश में कई गांव ऐसे हैं जहां बुनियादी सुविधाएं तक नहीं पहुंच पाई है. झारखंड के लातेहार जिले में भी जागीर एक ऐसा गांव है जहां लोगों ने पहली बार बोरिंग हैंडपंप देखा.
शनिवार को जब इस गांव में बोरिंग करने की गाड़ी पहुंची तो लोगों के चेहरे पर खुशी साफ देखी जा सकती थी. गांव में तीन हैंडपंप बोरिंग करके लगाया गया और ऐसा इस गांव में पहली बार हुआ है.
गांव के लोगों का कहना है कि रोड की बहुत ही बुरी स्थिति के कारण इस गांव की कनेक्टिविटी खराब है इसलिए ऐसा आज तक नहीं हो पाया था. पहली बार गांव के मुखिया ने ऐसा कर दिखाया. दरअसल जागीर नक्सल प्रभावित इलाका है. ग्रामीणों में बोरिंग हैंडपंप की खुशी साफ देखी जा सकती थी.
अगर आज की तारीख में किसी गांव में बोरिंग की गाड़ी तक नहीं पहुंच पाई तो शायद आप भी समझ सकते हैं कि गांव की स्थिति और सड़क की स्थिति क्या होगी. भारत में कई गांव ऐसे हैं जहां बेसिक सुविधा भी नहीं है और वहां के लोग आज भी बस किसी करिश्मे की उम्मीद कर रहे हैं.