छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की 18 सीटों के लिए सोमवार, 12 नवंबर को वोटिंग होनी है. इनमें से 12 सीटें बस्तर, नक्सल प्रभावित क्षेत्र की हैं. पहले चरण का मतदान शुरू होने से महज एक दिन पहले, 11 नवंबर को नक्सलियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है. 6 अक्टूबर को 90 विधानसभा सीटों पर 2 चरणों में मतदान घोषणा के साथ राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद दंतेवाड़ा और बीजापुर में कई नक्सली हमले हुए. एक नज़र सभी हमलों पर.
(सभी तस्वीरें- सांकेतिक)
11 नवंबर को दो हमले- नक्सलियों ने कांकेर के कोयलीबेड़ा इलाके में बीएसएफ की एरिया डोमिनेशन टीम को निशाना बनाते हुए आईईडी ब्लास्ट किये. इसमें बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया. यहां गोम और घटकल के बीच नक्सलियों ने 6 आईईडी प्लांट किये थे. इस हमले में बीएसएफ की 35वीं बटालियन के जवान महेंदर सिंह शहीद हुए, उनकी गर्दन पर गोली लगी. 11 नवंबर को ही बस्तर के बीजापुर में भी नक्सली मुठभेड़ की खबर है जिसमें दो नक्सली ढेर हुए हैं. दोनों घटनाओं की पुष्टि डीएम अवस्थी ने की.
8 नंवबर को तीन जगह हमले- दंतेवाड़ा के बचेली में नक्सलियों ने बम धमाके से CISF की बस को उड़ा दिया था. जिसमें 1 जवान शहीद, चार स्थानीय नागरिकों की मौत हुई थी. दो लोग जख्मी भी हुए थे. इस घटना से पहले CISF की टीम मिनी बस में रूटीन गश्त के बाद स्थानीय बाजार से साग सब्जियां लेकर लौट रही थी. 8 नंवबर को ही कांग्रेस के प्रचार दल पर हमला किया था. 8 नंवबर को ही दंतेवाड़ा के कुआकोंडा थाना क्षेत्र के हलबरास में मुठभेड़ भी हुई थी.
6 नवंबर को चार जगह हमले- (1)दंतेवाड़ा के अलग-अलग गांवों में हथियार बंद नक्सलियों ने बैठक ली. इस दौरान चुनाव बहिष्कार के लिए बोला. (2) 6 नवंबर को बीजापुर के गंगालूर में ग्रामीण को पुलिस मुखबिर के शक में अगवा कर हत्या कर दी थी. (3) इसी दिन भोपाल-पटनम थाना क्षेत्र के उल्लूर में पर्चे फेंके थे. चुनाव बहिष्कार में डराया धमकाया था. (4) 6 नवंबर को ही बीजापुर से उसूर जाती बस में आग लगाई, ये कुश्माहा ट्रेवल की बस थी, लेकिन यात्रियों को उतार दिया था.

2 नवंबर को दो जगह हमले- (1) बीजापुर के कमकानार में मुठभेड़ हुई. जिसमें एक नक्सली का शव मिला. दावा किया गया कि कई नक्सली घायल हुए. (2) इसी दिन कांकेर के कोयलीबेड़ा में भी घटना हुई, इसमें आईडी ब्लास्ट किया था. bsf के दो जवान घायल हुए थे.

5 नवंबर को बीजापुर के बासागुड़ा में सुरक्षाबलों ने सर्चिंग के दौरान एक आईडी बम बरामद किया. डिफ्यूज करने के ब्लास्ट हुआ. जिसमें एक जवान घायल हुआ.

1 नवंबर को दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने पर्चे फेंके थे. उसमें चुनाव बहिष्कार की बात कही थी. निलवाया में वोटिंग का विरोध किया था. जिसके चलते विशाखापटनम पैसेंजर रद्द हुई थी.

30 अक्टूबर की सुबह छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में भी नक्सलियों ने बड़े हमले को अंजाम दिया था. जिले के अरणपुर थानाक्षेत्र के निलावाया इलाके में नक्सली मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए थे. जवानों के साथ रिपोर्टिंग के लिए गए डीडी न्यूज की टीम के कैमरापर्सन अच्यूतानंद साहू की मौत हो गई थी.

28 अक्टूबर को दंतेवाड़ा में रात में नक्सलियों ने जिला पंचायत सदस्य और भाजपा नेता नंदलाल मुडामी पर चाकूओं से हमला किया था. हमले में नंदलाल गंभीर रूप से घायल, हालत गंभीर थी.
27 अक्टूबर को नक्सलियों ने बीजापुर में CRPF के जवानों को निशाना बनाया था. इस हमले में 4 जवान शहीद हुए थे. ये सभी गश्त पर थे, तभी नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया था.

26 अक्टूबर को दंतेवाड़ा के अरंतपुर में एक बिस्फोटक बरामद किया था. महिला नक्सली को गिरफतार भी किया गया था.

20 अक्टूबर को बीजापुर के ही मिरतुर में मुठभेड़ हुई थी. तीन नक्सली मारे गए थे, हथियार बरामद हुए थे.
18 अक्टूबर को दो जगह हमले- (1)बीजापुर के नेमेड़ थानाक्षेत्र में नक्सलियों ने बैनर, पर्चे फेंके थे. चुनाव बहिष्कार किया था. डराने-धमकाने की कोशिश की थी. (2) इसी दिन कांकेर के पखांजुर में भी पर्चे फेंके थे.
13 अक्टूबर को बीजापुर के चेरपाल के साप्ताहिक बाजार में हुए हमले में एक जवान घायल हुआ था. एक नक्सली भी मारा गया था.

12 नवंबर को मतदान के बाद दूसरे चरण की वोटिंग 20 नवंबर को होनी तय की गई है. चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे. नक्सल प्रभावित बस्तर में वोट डालने के लिए 20.4 लाख वोटर्स बताए जा रहे हैं. (सभी तस्वीरें- सांकेतिक)