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छत्तीसगढ़ : नक्‍सलियों के खिलाफ कार्रवाई तेज, यूनिफाइड कमांड की बैठक में मुख्यमंत्री सहित अन्य दल शामिल…

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छत्तीसगढ़ : नक्‍सलियों के खिलाफ कार्रवाई तेज, यूनिफाइड कमांड की बैठक में मुख्यमंत्री सहित अन्य दल शामिल…

छत्‍तीसगढ़ में नक्‍सलियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है। इसी का नतीजा है कि छत्‍तीसगढ़ में पिछले 150 दिनों में अलग-अलग जिले में हुए मुठभेड़ में सुरक्षा बले ने 145 नक्‍सलियों को मार गिराया है, जबकि 500 से अधिक नक्‍सलियों ने लाल आतंक का रास्‍ता छोड़ दिया है।

छत्‍तीसगढ़ से नक्सलवाद को समूल नष्ट करने राज्य सरकार ने बड़ी कार्ययोजना पर काम करना शुरू कर दिया है। नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त ऑपरेशन के साथ-साथ ढांचागत विकास भी जोर पकड़ चुका है, जिसमें नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सड़क, अस्पताल, स्कूल, बैंक व मूलभूत सुविधाओं की स्थापना के साथ ही रेल नेटवर्क का विस्तार किया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सर्किट हाउस में यूनिफाइड कमांड की बैठक में सुरक्षा बलों के प्रमुखों व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली।

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नक्सल गतिविधियों में लगातार कमी आ रही है। छत्तीसगढ़ से नक्सलियों को समूल नष्ट करना है। इसके लिए नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन के साथ ही विकास कार्य जरूरी है।

नियद नेल्लानार योजना के तहत सभी विकास कार्यों को तय समय-सीमा में पूरा किया जाना है। बैठक में उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव (गृह) मनोज पिंगुआ सहित केंद्रीय गृह मंत्रालय, केंद्रीय सुरक्षा बलों एवं राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस के सूचना तंत्र को मजबूत बनाने की आवश्यकता है। स्थानीय ग्रामीणों को विश्वास में लेकर नक्सलियों के विरूद्ध अभियान चलाया जाए। साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात केंद्रीय और राज्य के सुरक्षा बलों के जवानों की समस्याओं को लेकर भी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों के कैंपों में जवानों को आवश्यक मूलभूत सुविधाएं और संसाधन में कमी नहीं रहनी चाहिए।
राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती राज्यों विशेषतः महाराष्ट्र, तेलंगाना,आंध्रप्रदेश और ओडिशा के साथ बेहतर समन्वय करते हुए अभियान चलाया जाए। सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त कार्रवाई, संपर्क मार्गों पर सुरक्षा बलों द्वारा सतत निगरानी रहे। सीमावर्ती राज्यों के साथ सूचनाओं का आदान-प्रदान होता रहे।

1. नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में यह सुनिश्चित किया जाए कि स्थानीय ग्रामीणों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो।

2. नक्सल क्षेत्र में सड़क, पुल-पुलियों के साथ अन्य निर्माण की गुणवत्ता में किसी प्रकार की कोताही नही बरती जाएगी साथ ही समय-सीमा में कार्य पूर्ण हो।

3. निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों द्वारा आवश्यक सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए।