छत्तीसगढ़ : डिप्टी सीएम व गृह मंत्री विजय शर्मा रायपुर केंद्रीय जेल का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान वे जेल के अंदर उस सेल में भी गए, जहां उन्हें कवर्धा कांड के दौरान बंद किया गया था।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा का उत्सव हर जगह मनाया जाएगा। घर-घर में दीये जलेंगे। वहीं प्रदेश के सभी जेल भी रोशन किए जाएंगे, मिठाइयां भी बांटी जाएगी।
500 वर्षों बाद भगवान राम अपने महल में विराजमान हो रहे हैं। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कैदियों से जुड़ी कई व्यवस्थाओं और समस्याओं को लेकर जेल अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि जेल का निरीक्षण करने के दौरान उस जगह को भी देखा जहां मुझे फर्जी एफआइआर दर्ज करके पिछली कांग्रेस सरकार ने बंद किया था।
जेल में क्षमता से अधिक कैदी को लेकर उन्होंने कहा कि 10 नए बैरक बनाने को लेकर अधिकारियों से चर्चा हुई है। जेल में जो भी अव्यवस्था है, उसे दूर की जाएगी। निरीक्षण के दौरान जेल डीआइजी एसएस तिग्गा, जेलर एमके प्रधान समेत अन्य अधिकारी साथ थे।
जवानों को मिलेगा साप्ताहिक अवकाश
पुलिसकर्मियों के साप्ताहिक अवकाश पर डिप्टी सीएम ने कहा कि पुलिसकर्मियों की माताओं और बहनों की मांग थी कि सप्ताह में एक दिन छुट्टी मिले। इसकी व्यवस्था की गई है। पुलिस थानों में जल्द ही छुट्टी को लेकर रोस्टर तैयार किया जाएगा। आरक्षक, प्रधान आरक्षक, एएसआई और एसआई के घरों की माताएं, बहनें काफी परेशान होती हैं। क्योंकि सप्ताह में एक दिन का समय भी परिवार के लिए नहीं दे पाते हैं। अब उनकी शिकायत दूर कर दी गई है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि जेल में बहुत अच्छा प्रिंटिंग प्रेस है। इससे हर साल करीब दो करोड़ की आमदनी होती है। कांग्रेस की ओर से नक्सलियों से प्रत्यक्ष मुलाकात करने की सलाह पर विजय शर्मा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस की पिछली सरकार को नक्सलियों से समझौता करने वाली बताया।
कहां गए पुराने गृहमंत्री
विजय शर्मा ने कहा कि गांव तक विकास, प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने सहित अन्य के लिए जन जागरण होना चाहिए। नक्सलियों को भी समझना चाहिए। पांच साल पिछली कांग्रेस सरकार समझौता करने में लगी रही। कुछ नहीं किया, बस तालमेल बनाने की कोशिश की। समाज को धोखा दिया गया। कहां गए वो पुराने गृह मंत्री? क्यों उन्होंने प्रत्यक्ष मुलाकात नहीं की?
जेल में वीआइपी सुविधा की ली जानकारी
जेल के जानकार सूत्रों ने बताया कि कोल घोटाला मामले में जेल में बंद निलंबित आइएएस, खनिज अधिकारियों, कारोबारियों समेत अन्य को वीआइपी सुविधा उपलब्ध कराने की शिकायत के बारे में गृहमंत्री विजय शर्मा ने जेल अधिकारियों से न केवल जानकारी ली, बल्कि 16 जनवरी को जेल के अंदर दो प्रभावशाली महिला अफसरों के बीच हुए विवाद, मारपीट की घटना को भी गंभीरता से लिया है। उन्होंने जेल अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए।