भारत में कोरोना वायरस के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं. वहीं दुनिया भर में कोहराम मचाने वाला कोरोना वायरस के नए सब-वेरिएंट JN.1 की एंट्री भारत में हो चुकी है. केरल में पहला मामला सामने आने के बाद गोवा और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में इसके मामलों में तेजी से उछाल आए हैं. वहीं इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. सराकर ने यह स्पष्ट किया है कि फिलहाल बूस्टर डोज या चौथी वैक्सीन लेने की कोई जरूरत नहीं है. भारत SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के प्रमुख एन.के. अरोड़ा ने बताया कि नए सब-वेरिएंट के सामने आने के बाद कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज की कोई जरूरत नहीं है. डॉ. अरोड़ा ने कहा, ‘केवल 60 वर्ष से अधिक आयु के वे लोग, जो कि गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं, वे एहतियाती तौर पर तीसरी डोज ले सकते हैं. अगर उन्होंने अब तक एक भी खुराक नहीं ली है. फिलहाल आम जनता को चौथी डोज की जरूरत नहीं है. हम घबराने की सलाह नहीं देंगे.’ उन्होंने कहा, ‘राहत की बात यह है कि ओमिक्रॉन के इस नए सब-वेरिएंट के सामने आए मामले अधिक गंभीर नहीं हैं और संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती नहीं कराना पड़ा है. JN.1 सबवेरिएंट के लक्षणों में बुखार, नाक से पानी आना, खांसी, कभी-कभी दस्त और गंभीर शरीर दर्द शामिल हैं, जो आमतौर पर एक सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले ही राज्यों को टेस्ट बढ़ाने का निर्देश दिया है.’