छत्तीसगढ़ के बस्तर में आईजी के सामने एक महिला समेत दो इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया.आत्मसमर्पण करने वाले इनामी नक्सली लच्छू उर्फ़ कमलेश पर पांच लाख का इनाम था, जबकि देवकी दो लाख की इनामी है.
बताया जा रहा है लच्छू उर्फ़ कमलेश वर्ष 1999 में नक्सली संगठन में शामिल हआ था. वह कई बड़े वारदातों में शामिल रहा. 2003 में बीजापुर जिले के ग्राम मद्देर एरिया में उसने बड़ी वारदात को अंजाम दिया, जहां 5 सुरक्षा बल के जवान शहीद हुए थे. वहीं महिला नक्सली देवकी नक्सली संगठन में नर्स का काम करती थी.
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली कमलेश ने बताया कि वर्तमान में नक्सलियों के पास विस्फोटक सामग्री खत्म हो गई है. वो अब पटाखा फोड़ के अपना काम चला रहे हैं. कमलेश ने यह भी बताया कि बाहर के नक्सली किसी भी मुठभेड़ में आगे नहीं रहते हैं. सिर्फ छत्तीसगढ़ के और बस्तर के लोगों को ही आगे बढ़कर लड़ाई लड़नी पड़ती है.
कमलेश ने बताया कि इस वजह से नक्सल आंदोलन चलाने वालों से स्थानीय नक्सली काफी नाराज हैं और आत्मसमर्पण कर रहे हैं. वहीं बस्तर के आईजी ने इस प्रकार आत्मसमर्पण को सुरक्षाबलों की कामयाबी बताते हुए कहा कि अब बस्तर में नक्सली बैकफुट पर हैं. बस्तर में नक्सली ऑपरेशन बंद नहीं होगा. लगातार ऑपरेशन किया जाएगा.