दंतेवाड़ा में आदिवासी युवती से फोर्स के जवानों द्वारा अनाचार के आरोप पर एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने खुलासा किया है. एसपी अभिषेक पल्लव का दावा है कि फोर्स ने नहीं बल्कि नक्सलियों ने युवती को करेंट लगाया था. पुलिस व फोर्स के जवानों को बदनाम करने के लिए नक्सलियों के शहरी नेटवर्क ने इस तरह की साजिश रची थी, जिसका सबूतों के साथ पर्दाफाश किया जाएगा.
एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि फोर्स पर आरोप लगाने के लिए ग्रामीणों पर दबाव बनाया गया था. एसपी ने एक आॅडियो क्लिप भी जारी की है, जिसमें गोंडी बोली में कुछ लोगों के बातचीत का अंश है. इसे प्रमाण के रूप में बताया जा रहा है. दूसरी ओर पीड़ित युवती ने न्यूज 18 से बातचीत में बताया कि जंगल में उसके साथ दो लोगों ने गलत हरकत की है. गलत हरकत करने वाले चितकबरा रंग का कपड़ा पहने थे, वे फोर्स के जवान थे या नहीं, इसकी जानकारी नहीं है.
गौरतलब है कि दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा थाना क्षेत्र के पालनार इलाके की एक युवती जंगल में बेहोशी की हालत में बीते रविवार को मिली थी. ग्रामीण और आम आदमी पार्टी की नेत्री सोनी सोढ़ी का आरोप था कि समेली की रहने वाली आदिवासी युवती के साथ अनाचार किया गया और उसे बेहोशी की हालत में समेली के जंगल में कुरुमनाला के पास फेंक दिया गया. वह तीन दिन तक जंगल में पड़ी रही. गांव के लोगों ने उसे सुबह कुआकोंडा अस्पताल पहुंचाया. फोर्स पर आनाचार करने का आरोप लगाया था, लेकिन इलाज के दौरान चिकित्सकों ने अनाचार से इनकार किया था.