प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 73 साल के हो गए. पिछले 9 साल से वह देश में राजनीति से लेकर सत्ता की धुरी बने हुए हैं. बीते 9 साल के कार्यकाल में यूं तो उनके नेतृत्व वाली मोदी सरकार ने कई काम किए, लेकिन कुछ योजनाएं ऐसी रहीं जिसने देश के करोड़ों लोगों का भविष्य हमेशा के लिए बदल दिया.
आइए जानें इन योजनाओं के बारे में…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की योजनाओं में गरीब वर्ग का विशेष ध्यान रखा गया है. साथ देश की आधी आबादी यानी महिलाओं को केंद्र में रखकर भी कई योजनाएं तैयार की गई हैं. इनमें स्वच्छ भारत मिशन से लेकर उज्ज्वला योजना, तो जनधन खातों से लेकर किसान सम्मान निधि इत्यादि शामिल हैं.
ऐसे सुधरी विदेश नीति
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य (ओबीसी मोर्चा) राधेश्याम सिंह यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने अपने विदेश नीतियों में सुधार लाया, जिससे भारत का वैश्विक मंचों पर सम्मान बढ़ा है. इससे, भारत में निवेश बढ़ा है और ‘मेक इन इंडिया’ से वैश्विक समुदाय भारतीय बाजार की ओर आये हैं.
जी20 का सफल आयोजन
राधेश्याम सिंह यादव का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार के सभी विभागों ने 140 करोड़ जनता के साथ मिलकर इस जी-20 के आयोजन को अब तक का सबसे सफल और ऐतिहासिक आयोजन बना दिया. उनकी अध्यक्षता में जी 20 सम्मेलन भारत के 60 शहरों में आयोजित किये गए. इस दौरान 220 से अधिक मीटिंग्स हुई। 112 से अधिक फैसले लिए गए, जो अब तक के किसी भी जी 20 के फैसलों से दोगुना है.
करोड़ों का भविष्य बदलने वाली योजनाएं
मोदी सरकार की इन योजनाओं ने देश के गरीब से लेकर आम इंसान तक, सभी की जिंदगी को संवारने का काम किया है.
- उज्ज्वला योजना: इस योजना का जिक्र सबसे पहले इसलिए क्योंकि इस योजना ने देश में गरीब तबके की 9 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को रसोई की घुटन से आजादी दी है. इस योजना के तहत सरकार महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन देती है और सिलेंडर का रीफिल भी सब्सिडी पर होता है. हाल में सरकार ने 75 लाख और महिलाओं को इस योजना का हिस्सा बनाने का ऐलान किया है, जिसके बाद कुल लाभार्थियों की संख्या 10 करोड़ से ज्यादा हो जाएगी.
- आयुष्मान भारत: पीएम मोदी के जन्मदिन पर ‘आयुष्मान भव’ अभियान शुरू हो रहा है. इसका मकसद सरकारी की ‘आयुष्मान भारत’ योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना. अभी इस योजना के तहत देश के गरीब नागरिकों को 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा मिलता है. ऐसे लाभार्थियों की संख्या 25 करोड़ हो चुकी है और अब ‘आयुष्मान भव’ अभियान से सरकार इसे 35 करोड़ और लोगों यानी कुल 60 करोड़ लोगों तक पहुंचाना चाहती है.
- जनधन खाता: देश का हर नागरिक बैंकिंग से जुड़ा हो, इसके लिए पीएम मोदी ने अपने शासन के शुरुआती साल में ही ‘प्रधानमंत्री जनधन खाता योजना’ की शुरुआत की थी. कोविड के समय ये खाते लोगों तक मदद पहुंचाने का सबसे अच्छा टूल बने और मोदी सरकार ने लोगों तक सीधे सब्सिडी पहुंचाना भी इसी से शुरू किया. अगस्त 2023 के आंकड़ों के हिसाब से देश में जनधन खातों की संख्या 50 करोड़ को पार कर चुकी है.
- किसान सम्मान निधि: ये योजना देश के 11 करोड़ से ज्यादा किसानों का जीवन संवारती है. 2019 के चुनाव से ठीक पहले इस योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना के अंदर किसानों को हर साल 6,000 रुपये की सीधी आर्थिक मदद दी जाती है, जो उन्हें 2000 रुपये की 3 किस्तों में मिलती है.
- मुद्रा योजना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोर हमेशा से लोगों को ‘जॉब सीकर’ से ‘जॉब गिवर’ बनाने पर रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार ने ‘मुद्रा योजना’ की शुरुआत की थी. यहां सरकार 10 लाख रुपये तक का कोलेट्रल-फ्री लोन उन लोगों को देती है, जो स्वरोजगार करना चाहते हैं. देश में अब तक 40 करोड़ लोग इस लोन योजना का फायदा उठा चुके हैं और इसमें 69 प्रतिशत महिलाएं हैं.
इसके अलावा मोदी सरकार ने श्रमिक मानदेय, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा और जीवन ज्योति बीमा योजना और स्वावलंबी योजना जैसी कई योजनाएं अलग-अलग तबकों को ध्यान में रखकर शुरू की हैं. जल्द ही सरकार ‘विश्वकर्मा योजना’ लेकर आने वाली है.