चुनावी समर में कांग्रेस ने सोमवार को भारत बंद कराने का अह्वान किया है. बंद का समय सुबह 9 से दोपहर तीन बजे तक का रखा गया है, लेकिन कांग्रेस का दावा था कि सुबह पांच बजे से ही कार्यकर्ता सड़क पर नजर आएंगे और बंद को सफल बनाएंगे. छत्तीसगढ़ में सुबह 10 बजे तक बंद का कोई असर देखने को नहीं मिला. लोगों की दिनचर्या सामान्य ही रही, लेकिन सुबह दस बजे के बाद विभिन्न शहरों में बंद को समर्थन करते लोग दिखे. छत्तीसगढ़ के जशपुर, महासमुंद, जगदलपुर में बंद को व्यापारिक संगठनों ने समर्थन दिया और दुकानें बंद कर दीं.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर व दुर्ग जिले में बंद का खास असर देखने को नहीं मिला. पेट्रोल पंप, ट्रांसपोर्ट सेवा सभी सुचारू रूप से चलती दिखीं. स्कूल कॉलेज भी खुले रहे. सुबह दस बजे के बाद प्रदेश कांग्रेस प्रभारी भूपेश बघेल सहित अन्य नेता राजधानी रायपुर में सड़कों पर उतरे. भूपेश बघेल ने दावा किया है कि सभी संगठन व व्यापारिक संस्थान बंद को समर्थन दिए हैं. रायपुर में व्यावसायिक प्रतिष्ठान कुछ जगहों पर खुले तो कुछ जगहों पर बंद दिखे.
बता दें कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हो रही लगातार वृद्धि, बढ़ती महंगाई सहित अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने दस सितंबर को भारत बंद का अह्वान किया है. बीते रविवार को छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया ने मीडिया से चर्चा में बताया था कि भारत बंद की तैयारी पूरी कर ली गई है. कांग्रेस ने चैंबर ऑफ कॉमर्स, कैट, व्यपारिक प्रतिष्ठानों सहित अलग-अलग एनजीओ, समूहों, ट्रान्सपोटर्स, क्लब, यूनियन और संगठनों से बंद को सफल बनाने सहयोग मांगा है. पुनिया ने कहा था कि लगभग सभी से बातें हो गई हैं और सभी के सभी ने बंद को सफल बनाने में सहयोग देने की बात कही है.