Bastar : छत्तीसगढ़ के बस्तर में धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है अब धर्मांतरण के मामले में बस्तर पहुंचे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी.
धर्म पर राजनीति कर सत्ता हासिल करना चाहती है .लेकिन ऐसा कभी नहीं होगा .बस्तर के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की जनता जानती है कि भाजपा धर्मांतरण के नाम पर लोगो मे नफरत फैला रही है.
कवासी लखमा ने धर्मांतरण को लेकर कही थी ये बात
दरअसल बस्तर के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने हाल ही में बयान दिया था कि अगर भूपेश सरकार में एक भी धर्मांतरण का मामला साबित होता है तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा और राजनीति छोड़ दूंगा. इस बयान पर भाजपा के प्रवक्ता केदार कश्यप ने पलटवार करते हुए कहा कि खुद कवासी लखमा के विधानसभा क्षेत्र में कई धर्मांतरण के मामले सामने आए हैं .2 दिन पहले ही सुकमा के मूल धर्म के आदिवासियों ने मिशनरियों को गांव से भगाया है. पूरे बस्तर में धर्मांतरण की आग फैली हुई है जगह जगह हिंसा की घटनाएं हो रही है. और कांग्रेस धर्मांतरण के मामले को रोकने की बजाय इसे बढ़ावा दे रही है.
केदार कश्यप ने कहा कि मंत्री कवासी लखमा अगर आदिवासी पुत्र है तो उन्हें अभी अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि मंत्री कवासी लखमा के साथ-साथ पूरे कांग्रेस पार्टी के नेता अपना धर्म परिवर्तन कर चुके है.
टीएस सिंहदेव ने किया पलटवार
इस बयान पर पलटवार करते हुए स्वास्थ मंत्री टी.एस सिंह देव ने सबसे पहले अपने कुर्ते का बटन खोलकर अपना लॉकेट दिखाया और कहा कि अब बताइए मैं किस धर्म का हूं. उन्होंने कहा कि भाजपा के पास पूरे प्रदेश में अब कोई मुद्दा नहीं बचा है. इनका प्रयास है कि किसी तरह देश मे धर्म के नाम पर सत्ता हासिल करें लेकिन जनता सब जानती है. प्रदेश ही नहीं पूरे देश में धर्म के नाम पर नफरत फैला रही है. बस्तर में आदिवासी भाइयों को आपस में लड़ाने का काम कर रही है. अपनी खोखली बातों से बस्तर की जनता को गुमराह कर रही है.