छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस में प्रत्याशी चयन को लेकर कवायद तेज हो गई है. इसके तहत ही कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी के दो सदस्यों ने कोंडागांव जिला कांग्रेस भवन में 3 विभानसभा सीटों के 61 दावेदारों की प्रोफ़ाइल की जांच की. इसके साथ ही कोंडागांव में कांग्रेस पदाधिकारियों से चर्चा भी गई. इसमें दावेदारों की क्षेत्र में स्थिति और लोकप्रियता की जानकारी ली गई.
कोंडागांव में बन्द कमरे में स्क्रीनिंग कमेटी ने तीनों विधान सभा के दावेदारों से मैराथन बैठक कर प्रत्याशियों की नाम की फाइनल सूची तैयार की है. ताकि उसे हाई कमान के पास भेजा जा सके. नारायणपुर में 16, कोंडागांव में 12, केशकाल विधानसभा क्षेत्र 33 लोंगो ने दावेदारी पेश की है. दावेदारों को लेकर स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य अश्विनी कोतवाल ने कहा कि कांग्रेस में लोकशाही पद्दति है. छोटे से छोटा पदाधिकारी टिकट मांग सकता है.
अश्विनी कोतवाल ने कहा कि चुनाव जीत हासिल कर सत्ता तक पहुचने के लिए इस बार छतीसगढ़ में गुजरात और कर्नाटक पैटर्न पर चुनाव लड़ा जाएगा. जिस तरह गुजरात में सत्ता तक कांग्रेस पहुंची और कर्नाटक में सत्ता हासिल की उसी तरीके से यहां भी चुनाव लड़ा जायेगा. रायपुर कलेक्टर रहे ओ पी चौधरी के इस्तीफे और भाजपा प्रवेश के बाद कोंडागांव कलेक्टर नीलकंठ टेकाम के भाजपा में जाने की खबर को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव अरुण उरांव ने कहा कि जनतंत्र में किसी को भी कहीं भी जाने का हक़ है. कांग्रेस को इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा.