रायपुर। Chhattisgarh Assembly Election 2023: गुजरात ,त्रिपुरा की तर्ज पर छत्तीसगढ़ भाजपा की चुनावी सारथी भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चेहरा और यात्राएं होंगी।
कर्नाटक, तेलंगाना के बाद छत्तीसगढ़ में भी यात्रा फार्मूला लागू होने जा रहा है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए छह महीने बाकी है। यहां भाजपा-कांग्रेस समेत अन्य पार्टियां अपने सियासी समीकरण को दुरूस्त करने में जुट गई हैं। कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा निकाल रखी है। दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ भाजपा ने भी सत्ता वापसी को कमर कस ली है। पूरे प्रदेश में जोर-शोर के साथ सभी मोर्चा-प्रकोष्ठों ने ताकत झोंक दी है।
सत्ता के लिए भाजपा की पुरखौती सम्मान यात्रा
गुजरात और त्रिपुरा की जीत के लिए भाजपा ने जिस तरह की यात्राओं का सहारा लिया था वही फार्मूला अब कर्नाटक, तेलंगाना के बाद छत्तीसगढ़ में भी लागू होगा। इसके लिए छत्तीसगढ़ में भाजपा मई में ‘आदिवासी पुरखौती सम्मान यात्रा निकालने जा रही है। इसके बाद जून-जुलाई में ‘परिवर्तन यात्रा भी निकाली जाएगी। बस्तर समेत जिन-जिन जिलों में आदिवासियों की संख्या अधिक है वहां पर आदिवासी पुरखौती सम्मान यात्रा निकाली जाएगी। छत्तीसगढ़ भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम के मुताबिक जनजाति समाज के लिए पांच यात्रा निकलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी या जेपी नड्डा यात्रा को दिखाएंगे हरी झंडी
इनमें शहीद वीर नारायण सिंह, शहीद गुंडाधूर, शहीद गैंद्र सिंह, माता राजमोहनी देवी, संत गाहिरागुरु इनकी जन्म स्थल से जिला मुख्यालयों तक आदिवासी पुरखौती सम्मान यात्रा निकालेंगे। इसमें एक रथ रहेगा। आदिवासी वरिष्ठ नेता नेतृत्व करेंगे। आदिवासी समाज के लिए पिछली डा. रमन सिंह की सरकार में जो काम हुआ है उसे बताएंगे। चुनाव से तीन महीने पहले जून-जुलाई में भाजपा सभी पांच संभागों में परिवर्तन यात्रा निकालेगी। इन यात्राओं को हरी झंडी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या फिर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आएंगे। इन यात्राओं का फोकस उन इलाकों में अधिक होगा जहां पर विधानसभा-लोकसभा दोनों ही चुनाव में भाजपा को अधिक नुकसान हुआ है।
गुजरात-त्रिपुरा की इन यात्राओं ने दिलाई जीत
गुजरात में भी अक्टूबर 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने गुजरात गौरव यात्रा निकाली थी। वहां भी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा गुजरात गौरव यात्रा को हरी झंडी दिखाकर इसकी शुरुआत की थी। वहां भी पांच यात्राएं अलग-अलग मंदिरों से शुरू होकर अलग-अलग मंदिरों पर खत्म हुईं थी। यहां भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दौरा शुरू होने वाला है।
इसके पहले त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में पार्टी को जन विश्वास रथ यात्रा का फायदा मिला था। मध्यप्रदेश में विकास यात्रा जारी है और राजस्थान कांग्रेस सरकार के खिलाफ जन आक्रोश यात्रा को भी बेहतर समर्थन मिल चुका है। पार्टी का मानना है कि युवाओं और महिलाओं में प्रधानमंत्री के प्रति व्यापक आकर्षण का भाजपा को फायदा मिल रहा है।
त्रिपुरा में ‘जन विश्वास यात्रा’
भाजपा ने त्रिपुरा चुनाव से पहले यहां ‘जन विश्वास यात्रा निकाली। इसके सुखद परिणाम मिले कि यहां दोबारा कमल खिला। यहां पार्टी ने सभी 60 विधानसभा क्षेत्रों में यात्रा निकाली थी। इसमें केंद्र और राज्य सरकारों की कल्याणकारी गतिविधियों को उजागर करने के लिए 200 रैलियां और 100 से ज्यादा जुलूस निकाली थी।
इन राज्यों में पहले से चल रही यात्रा
कर्नाटक में विजय संकल्प यात्रा: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक महीने पहले भाजपा ने विजय संकल्प यात्रा निकाली थी। इसकी शुरुआत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की थी।
तेलंगाना में स्कूटर यात्रा: तेलंगाना में भाजपा गांव-गांव तक पहुंचने के लिए स्कूटर यात्रा निकाल चुकी है। अगले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने जो मास्टर प्लान तैयार किया है उसमें भी यात्राएं होनी है।
मध्यप्रदेश में विकास यात्रा
मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है फिर भी यहां पर विकास यात्रा निकाली जा रही है। इस विकास यात्रा में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान, फसल बीमा, पीएम-सीएम सम्मान निधि, जाति प्रमाण पत्र, भू अभिलेख शुद्धीकरण, आयुष्मान-आधार कार्ड शिविर, स्वामित्व योजना, रोजगार के लिए ऋण दिए संबंधी समस्याओं को दूर किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में भी इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं।
राजस्थान में जनाक्रोश रैली
भाजपा ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार के खिलाफ भी यात्रा के माध्यम से मोर्चा खोल रखा है। यहां जनाक्रोश रैली निकाली जा रही है। इसमें राज्य सरकार की विफलताओं के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है।