छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के पटनम व मद्देड़ में बीते एक हफ्ते से हो रही लगातार बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. प्रशासन ने बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन किया है. आंकड़ों के अनुसार पटनम और मद्देड़ इलाके में बादल के फटने से लगभग तीन करोड़ की क्षति हुई है. बताया जा रहा है कि बारिश के चलते आई बाढ़ की चपेट में आकर सात सौ पशु बह गए, जबकि पांच सौ हेक्टेयर फसल भूमि पर रेत के जमा हो जाने से पंद्रह सौ एकड़ फसल को नुकसान पहुंचा है.
इलाके में 65 मकान पूरी तरह ढह गए, जबकि 268 मकानों को भी नुकसान पहुंचा है. इस इलाके में निर्माणाधीन पुल-पुलियों, सिंचाई के तालाब और भवन भी इस बाढ़ की जद में आकर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इस बाढ़ में अब तक दो लोगों की मौत हो गई. वही दूसरी ओर मद्देड़ से पटनम के बीच करीब डेढ़ सौ मीटर लंबा नेशनल हाइवे भी आधा से ज्यादा बह गया, इससे आवागमन बाधित हो रहा है.
एसडीएम डीसी बंजारे ने बताया कि बाढ़ से हुई क्षति का संपूर्ण आंकलन कर लिया गया है. पोटाकेबिन पेगड़ापल्ली में भवन, शौचालय, शयन सामग्री व पठन सामग्री 40 लाख, पुल-पुलिया 50 लाख, सिंचाई तालाब 50 लाख, फसल क्षति 60 लाख, पशु क्षति जिसमें छह सौ गाय-बैल, तीस भेड़, साठ बकरी 21 लाख, 65 मकान 72 लाख रुपये की क्षति हुई है.