सुकमा। दक्षिण बस्तर के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सशस्त्र बलों और माओवादियों का मंगलवार को भी आमना-सामना हो गया। दोनों ओर से जमकर फायरिंग हो रही है। पिछले तीन घंटे से मुठभेड़ जारी है। नक्सलियों की ओर से आईईडी ब्लास्ट किया गया है। इसमें सीआरपीएफ के कोबरा कोबरा 201 बटालियन का एक जवान घायल हो गया है।
– सोमवार को बड़ी संख्या में नक्सलियों के हताहत होने और मिलिट्री बटालियन एक का नक्सली देवा के पकड़े जाने के बाद माओवादी बौखलाए हुए हैं। इसी बौखलाहट में मंगलवार को चिंतलनार थाना क्षेत्र के रावगुड़ा के जंगलों में सर्चिंग पर निकली सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन पर नक्सलियों ने धावा बोल दिया। पिछले तीन घंटे से मुठभेड़ जारी है। सुकमा एसपी अभिषेक मीणा ने घटना की पुष्टि की है।
एक दिन पहले नक्सलियों पर भारी पड़े थे जवान
–सुकमा जिले में सोमवार को सुरक्षाबलों ने 15 नक्सलियों को मार गिराया था। पांच लाख रुपए के इनामी देवा और एक महिला नक्सली को पकड़ा गया है। पुलिस को कोंटा और गोलापल्ली इलाके में 100 से ज्यादा नक्सलियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी। इसके बाद सीआरपीएफ, स्पेशल टास्क फोर्स और डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप (डीआरजी) के जवानों ने अभियान शुरू किया। नक्सलियों के कब्जे से हथियार और गोला-बारूद मिला।
सीएम ने नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के दिए थे संकेत
– मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने दो अगस्त को नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के संकेत दिए थे। उन्होंने कहा था कि नक्सली सरेंडर करके मुख्य धारा में आएं या मरने के लिए तैयार रहें। तीन अगस्त को दोरनापाल (सुकमा) में नक्सलियों ने बैनर लगाकर स्वीकार किया था कि एक साल में 206 नक्सली मारे गए, इनमें 72 महिलाएं थीं। सबसे ज्यादा 150 नक्सली दंडकारण्य क्षेत्र में मारे गए।
इस साल की तीन बड़ी घटनाएं
– 2 मार्च को तेलंगाना पुलिस की मदद से छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 6 महिला कमांडर समेत 10 नक्सली मारे गए। 22 अप्रैल को पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में मुठभेड़ के बाद 37 नक्सलियों के शव बरामद किए गए थे। 19 जुलाई को बीजापुर में 8 नक्सली मारे गए।