नई दिल्ली: आज 30 जुलाई को सावन का पहला सोमवार है और देशभर के शिवालयों में सुबह से ही भक्तों का मेला लगना शुरू हो गया है. महीनों में सावन का अपना महत्व है. इसी के साथ सोमवार के व्रत रखने का भी खास होता है. देवों में देव महादेव ऐसे भगवान हैं जो सिर्फ जलाभिषेक से ही खुश हो जाते हैं. सोमवार का दिन चंद्र का दिन होता है और चंद्रमा के नियंत्रक भगवान शिव हैं. इस दिन पूजा करने से न केवल चंद्रमा बल्कि भगवान शिव की कृपा भी मिलती है.
दैवीय शक्ति का अनोखा चमत्कार
झारखंड के रामगढ़ में एक मंदिर ऐसा भी है जहां भगवान शंकर के शिवलिंग पर जलाभिषेक कोई और नहीं स्वयं मां गंगा करती हैं. भगवान को कोई माने या न माने लेकिन वह अपनी शक्ति और उपस्थिति का एहसास किसी न किसी रूप में करा ही देते हैं. ऐसा ही एक चमत्कारी मंदिर झारखंड में मौजूद है जो दैवीय शक्ति का अनोखा चमत्कार है. मंदिर की खासियत यह है कि यहां जलाभिषेक साल के बारह महीने और चौबीस घंटे होता है. यह पूजा सदियों से चली आ रही है. माना जाता है कि इस जगह का उल्लेख पुराणों में भी मिलता है. भक्तों की आस्था है कि यहां पर मांगी गई हर मुराद पूरी होती है. झारखंड के रामगढ़ जिले में स्थित इस प्राचीन शिव मंदिर को लोग टूटी झरना के नाम से जानते है.