छत्तीसगढ़ कांग्रेस पार्टी के प्रदेश कमेटी सदस्य रेखचंद जैन ने विधायक संतोष बाफना पर करारा हमला बोलते हुए कहा है कि विगत दिनों दो बार महारानी अस्पताल का दौरा किया और उनके द्वारा कांग्रेस पार्टी के आंदोलन को राजनीतिक स्टंट बताया किंतु जिस प्रकार शुक्रवार 27 जुलाई को महारानी अस्पताल में आपातकालीन वार्ड में जो घटना घटित हुई उसके प्रति विधायक का क्या जवाबदारी है वह स्पष्ट करना चाहिए। कांग्रेसी नेता रेखचंद जैन ने कहा कि शुक्रवार की रात्रि को धरमपुरा क्षेत्र में सड़क दुर्घटना में घायल एक युवक को महारानी अस्पताल का आपातकालीन वार्ड लाया गया था और वहां से बेहतर उपचार हेतु मेडिकल कॉलेज डिमरापाल रिफर किया गया था जिसे एंबुलेंस की सुविधा भी महारानी अस्पताल में नहीं मिल पाई और घायल को एक कार में भरकर ले जाया गया।
महारानी अस्पताल को सर्व सुविधायुक्त होने का दावा करते हुए विधायक संतोष बाफना ने विगत दिनों कांग्रेस पार्टी को कटघरे में खड़ा किया था किंतु जिस प्रकार की स्थिति रात को महारानी अस्पताल में हुई उसके लिए विधायक अपनी स्थिति स्पष्ट करें। जैन ने कहा कि घायल के परिवारों ने जिस प्रकार महारानी अस्पताल के एंबुलेंस को धक्का मारने के बावजूद वह चालू नहीं हुआ तथा लगातार 108 को फोन लगाने के बाद वाहन उपलब्ध नहीं हो सकी जिससे 108 /102 वाहनों में तोड़फोड़ की तथा जिससे कांग्रेस पार्टी के उस आरोप को बल मिल गया कि महारानी अस्पताल के प्रति सरकार और विधायक का रवैया गैर-जिम्मेदाराना है।
वहीं जैन ने आपातकालीन सेवा में तैनात चिकित्सकों और स्टाफ की तारीफ करते हुए कहा कि प्रशासन की उदासीनता के कारण एंबुलेंस नहीं मिलने पर परिजन और मित्रगण आक्रोशित हुए उसके बावजूद भी उन्होंने फिर भी मानवता का परिचय देते हुए घायल की मदद की। जैन ने विधायक संतोष बाफना के साथ मुख्यमंत्री के उस बयान पर भी कटाक्ष कि है कि महारानी अस्पताल स्कूल है जिस की व्यवस्था सुचारु रुप से की जा रही है।