राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के स्वागत के लिए चित्रकूट जलप्रपात का आज अलग ही अद्भुत सौंदर्य है जिसे देखकर आप भी मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। ये खुबसुरत नजारा जगदलपुर से 40 किलोमीटर दूर इंद्रावती नदी पर बनने वाले चित्रकूट जलप्रपात का है। जिसका सतरंगी नजारा वाकई एट्रैक्टिव करने वाला है। चित्रकूट जलप्रपात पर यह नजारा पहली बार देखने को मिल रहा है। ये तैयारी की गई है राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दौरे के मद्देनजर किया जा रहा है।
राष्ट्रपति कोविंद के स्वागत के लिए ही इस चित्रकोट जलप्रपात को इस तरीके से सजाया गया है, राष्ट्रपति बस्तर जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल चित्रकोट के जल प्रपात को देखने आएंगे। और शाम को चित्रकोट में बस्तर की लोक संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अवलोकन करेंगे। इस ऑडियो विजुअल लेजर लाइट और सौंदर्य को देखकर आपकी रोंगटे खड़ी हो जाएगी। क्योंकि 90 फीट की ऊंचाई से गिरती इंद्रावती को देखने से रोमांच का अनुभव होगा।
कला-साहित्य समीक्षकों ने चित्रकोट जलप्रपात को आतंक और आनंद का मिलाप मानते है, बता दें कि बस्तर संभाग में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश से चित्रकोट जलप्रपात का अपूर्व सौंदर्य सैलानियों को आकर्षित बना रहता है, पर अब तो लेजर लाइट से इसकी सुंदरता तो और भी देखने योग्य है। इस शो के लिए की गई खास तैयारी- आपकों बता दें कि इस चित्रकूट जलप्रपात को सजाने के लिए मुंबई से इंजीनियरों की टीम बुलाई गई थी। जिन्होंने इस जलप्रपात को इस तरीके से सजाया है।
जो शो के दौरान गर्जना करती पानी की प्रचंड जलधारा पर मचलती रंगीन किरणें तिरंगा के साथ ही कई सुंदर आकृतियां बनाएंगी। चित्रकोट जलप्रपात का आकार घोड़े कि नाल के समान है, और इसकी तुलना विश्व के प्रसिध्द जलप्रपातों से कि जाती है । विश्व के खूबसूरत जलप्रपात अमरीका के नियाग्रा की तरह ही दिखने की वजह से चित्रकोट जलप्रपात को छत्तीसगढ़ का नियाग्रा कहा जाता है।