उत्तर कोरिया अपने अजीबोगरीब नियमों को लेकर अकसर चर्चा में रहता है. वहीं, आज एक बार फिर इसी उत्तर कोरिया सख्त तेवर को लेकर सुर्खियों में है. दरअसल, मानवाधिकार संगठन ने बताया, उत्तर कोरिया ने बीते 3 सालों में 7 लोगों को मौत की सजा केवल इसलिए दे दी क्योंकि उन्होंने कुछ डिस्टर्बिंग दक्षिण कोरियाई वीडियो को देखा था. वहीं, बताया जा रहा है कि उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जॉन्ग उन ने सजा का ऐलान किया था.
सियोल की अधिकार संगठन, ट्रांजिशनल जस्टिस वर्किंग ग्रुप ने छह साल में 683 उत्तर कोरियाई दलबदलुओं के साथ इंटरव्यू किया जिसके बाद 27 को डॉक्यूमेंटशन के रूप में पेश किया. इनमें से अधिकतर में ड्रग्स, वेश्यावृत्ति और मानव तस्करी से संबंधित अपराधों का आरोप लगाया था.
समाचार पत्र के दावों को किया था पेश
इनमें साल 2021 मई में दक्षिण कोरिया की ऑनलाइन समाचार पत्र डेली एनके द्वारा किए गए दावों को पेश करते हुए कहा कि, उत्तर कोरियाई अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से दक्षिण कोरियाई फिल्मों और संगीत वीडियो वाली सीडी और यूएसबी बेचने के लिए “अवैध रूप से” एक शख्स को मार डाला था.