26 नवंबर को देशभर में नेशनल मिल्क डे (National Milk Day) मनाया जाता है. क्योंकि इस दिन देश में श्वेत क्रांति लाने वाले डॉ. वर्गीज कुरियन (Verghese Kurien) का जन्मदिन होता है.भारत के मिल्कमैन का आज 100वां जन्मदिन है. वह देश के सबसे बड़े डेयरी प्रोडक्ट ब्रैंड अमूल (AMUL) के फाउंडर थे. अमूल ने ना केवल देश में दूध की कमी को खत्म किया बल्कि इसके जरिए देश में दूध का इतना उत्पादन शुरू हुआ कि गांव भी खुशहाल हुए और देश दूध के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हुआ.
वर्ष 1945-46 में सरदार वल्लभ भाई पटेल ने दूध के लिए सहकारी योजना की नींव रखी. उसके बाद 1946 में सहकारी सोसाइटी के तौर पर इसका रजिस्ट्रेशन हुआ. कुरियन ने अमूल डेयरी की शुरुआत 1949 में की. फिर तो उन्होंने जो कुछ भी किया, वो इतिहास बनाता चला गया.
देश को दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया
जिस समय देश को आजादी मिली उस समय खाद्यान्न की किल्लत तो थी ही साथ ही दूध उत्पादन की स्थिति भी बहुत खराब थी. कुरियन को ‘भारत का मिल्कमैन’ भी कहा जाता है. एक समय जब भारत में दूध की कमी हो गई थी, कुरियन के नेतृत्व में भारत को दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम शुरू हुआ.
उन्होंने त्रिभुवन भाई पटेल के साथ मिलकर खेड़ा जिला सहकारी समिति शुरू की. साल 1949 में उन्होंने गुजरात में दो गांवों को सदस्य बनाकर डेयरी सहकारिता संघ की स्थापना की. भैंस के दूध से पाउडर का निर्माण करने वाले कुरियन दुनिया के पहले व्यक्ति थे. इससे पहले गाय के दूध से पाउडर का निर्माण किया जाता था.