नीति आयोग (Niti Aayog) के उपाध्यक्ष राजीव कुमार (Rajiv Kumar) ने कहा है कि रिकॉर्ड खरीफ फसल और रबी फसल की उज्ज्वल संभावनाओं को देखते हुए चालू वित्त वर्ष (FY22) में भारत की इकोनॉमी के 10 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ करने की उम्मीद है. हालांकि कुमार ने आगाह किया कि सप्लाई चेन संबंधी बाधाओं और बढ़ती ऊर्जा कीमतों के साथ स्थायी ग्लोबल इकोनॉमिक रिकवरी के लिए मुद्रास्फीति (Inflation) एक प्रमुख जोखिम के रूप में उभर रही है.
उन्होंने नीति आयोग के न्यूजलेटर ‘अर्थनीति’ (arthNITI) में लिखा, ”हमें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि रिकॉर्ड खरीफ फसल, और रबी फसल की उज्ज्वल संभावनाओं को देखते हुए 10 फीसदी से ज्यादा होगी. इससे ग्रामीण मांग को बढ़ावा मिलेगा और क्षमता उपयोग में सुधार के साथ मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में रिकवरी होगी.”
निर्यात में वृद्धि होने से इकोनॉमिक ग्रोथ में भी बढ़ावा
कुमार ने कहा कि निर्यात में जोरदार वृद्धि होने से इकोनॉमिक ग्रोथ और रोजगार सृजन को भी बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा, ”कॉन्टैक्ट-इंटेंसिव सर्विस सेक्टर के धीर-धीरे जोर पकड़ने से ग्रोथ की रफ्तार बढ़ने की संभावना है. भारत ने 21 अक्टूबर को कोविड-19 वैक्सीन की एक अरब डोज देने का ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया.”
नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने यह भी कहा कि देश भर में तेज वैक्सीनेशन अभियान से यह सुनिश्चित होगा कि भविष्य में महामारी की लहर का जोखिम कम से कम हो.