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ठेके पर अफसर और दारू हो गई सरकारी

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बीजापुर। चुनावी साल में अनेक कर्मचारी संगठनों के लिए ‘स्ट्राइक जोन’ बन चुका लाइवलीहुड कॉलेज के सामने का एरिया इन दिनों कांग्रेस और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस की पॉलिटिक्स की आसान पहुंंच बन गया है। छजकां के जिलाध्यक्ष सकनी चंद्रैया समेत उनकी टीम ने यहां सोमवार को हड़तालियों का यह कहते समर्थन किया कि अब तो ठेके पर अफसर और कर्मी सरकारी सेवा दे रहे हैं और शराब की दुकान सरकारी हो गई है।

लाइवलीहुड कॉलेज के सामने मेन रोड के किनारे सोमवार को नगरपालिका के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी, छग संयुक्त अधिकारी-कर्मचारी संघ व लघु वेतन कर्मचारी संघ की हड़ताल चल रही है। इन संगठनों के पदाधिकारी व सदस्य यहां धरने पर बैठे हैं और सभी संगठनों ने अपने-अपने टेण्ट गाड़ दिए हैं। ये इलाका एक प्रकार से हड़तालियों का ठौर ही हो गया है। क्षेत्रीय दल छजकां के जिलाध्यक्ष सकनी चंद्रैया, जिला उपाध्यक्ष सुनील मिश्रा, विजय झाड़ी, राजू कलमू, रोशन झाड़ी,राजेश देवांगन, रामा ताती, विजय कुडिय़म, पतिराम कुडिय़म समेत बड़ी संख्या में ‘जोगी कांग्रेसी’ आंदोलनकारियों को समर्थन देने पहुंचे।

उन्होंने केन्द्र व रमन सरकार की नीतियों की आलोचना करते कहा कि सरकार एक ओर शराब दुकानों को अपने हाथ में ले रही है और सरकार का ही काम करने वाले अफसर व कर्मियों को ठेके पर रख रही है जबकि सालों से ये चलन था कि शराब दुकानें ठेके पर चलती थीं और विभागों में काम करने वाला कर्मचारी शासकीय सेवक होता था। जिलाध्यक्ष सकनी चंद्रैया ने कहा कि जोगी सरकार बनने पर प्रदेश में संविदा प्रथा खत्म कर दी जाएगी।

सभी कर्मी सरकार के होंगे। दैनिक वेतन भोगियों को नियमित किया जाएगा और सरकारी कर्मिेयों की वेतन विसंगति दूर कर दी जाएगी। छजकां नेता ने कहा कि अभी प्रदेश में एक प्रकार से अराजकता का दौर चल रहा है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भी छिनी जा रही है।

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