छत्तीसगढ़ के कोरिया में पुलिस की सजगता से फ्रॉड होने से पहले ही आरोपी पकड़े गए। आरोपी शहर की दीवारों पर एक टेलीकॉम कंपनी में नौकरी के विज्ञापन को लेकर पोस्टर चस्पा कर रहे थे। पुलिस ने पोस्टर पर दिए नंबरों पर कॉल किया, लेकिन बात नहीं हुई। इस पर पुलिस ने कंपनी से संपर्क किया तो पता चला कि वैकेंसी निकाली ही नहीं गई है। इसके बाद पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों से ही शहर में चस्पा किए गए सारे पोस्टर हटवाए। मामला कोतवाली क्षेत्र का है। फिलहाल आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है।
बैकुंठपुर में पुलिस देर रात करीब 3 बजे गश्त पर थी। इस दौरान फव्वारा चौक पर 2 लड़के इंद्रेश कुमार और अमित सिंह शहर की दीवारों पर पोस्टर चस्पा करते दिखाई दिए। पुलिस ने बुलाकर पूछताछ की तो बताया कि एयरटेल कंपनी में नौकरी निकली है। उसी का विज्ञापन कर रहे हैं। पुलिस ने दोनों से विज्ञापन को लेकर विस्तार से जानकारी मांगी तो वे बता नहीं सके। संदेह होने पर पुलिस ने पोस्टर पर दिए नंबरों पर कॉल किया तो सभी एंगेज थे। इसके बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया।
बस स्टैंड से लेकर फव्वारा चौक तक चस्पा किए पोस्टर हटवाए
पुलिस ने एयरटेल कंपनी से संपर्क कर जानकारी चाही तो उनकी ओर से बताया गया कि ऐसा कोई विज्ञापन जारी नहीं किया गया है। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली। पूछताछ में बताया कि पोस्टर बस स्टैंड से लेकर फव्वारा चौक तक चस्पा किए गए हैं। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों से ही दीवार पर लगाए गए सभी पोस्टर निकलवाए। पकड़े गए दोनों आरोपी युवक UP में जौनपुर के भवानीपुर के रहने वाले हैं। फिलहाल पुलिस ने फ्रॉड की इस चेन को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं दी है।
एसपी बोले- ऐसे फर्जी विज्ञापनों के जाल में न फंसे लोग
कोरिया SP ने आम जनता से अपील करते हुए कहा है कि ऐसे फर्जी और भ्रामक विज्ञापन के झांसे में न आएं। ये बेरोजगार युवाओं को छलने का एक तरीका है। जैसे मोबाइल टावर के नाम पर बड़े-बड़े विज्ञापन दिए जा रहे हैं और लोगों से पैसे लिए जा रहे हैं। ये ठग खुद को एयरटेल, आइडिया, ट्राई या दूरसंचार सेवा प्रदाताओं का एजेंट बताते हैं। इसके अलावा फर्जी विज्ञापन के पेंफलेट बांटते हैं और फर्जी कॉल कर लोगों को कई तरह के ऑफर्स देते हैं।