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जिला परिषद के बाहर हंगामा कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज, पहले धक्का मुक्की की फिर बीजेपी की बस पर मुक्के बरसाए

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जयपुर जिला प्रमुख के चुनाव में कांग्रेस खेमे में बीजेपी की सेंध के बाद विवाद बढ़ गया। जयुपर जिला परिषद के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दो बार जमकर हंगामा किया, वोटिंग करने के बाद जाते वक्त बीजेपी सदस्यों की बस को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। बस को घेरकर उस पर मुक्के बरसाने लगे, इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज करके कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खदेड़ा।

इससे पहले वोटिंग के लिए जब बीजेपी सदस्यों की बस आई उस वक्त भी जिला परिषद के बाहर कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की और हंगामे के हालात बन गए। बीजेपी के जिला परिषद सदस्यों की बस से कांग्रेस जिला परिषद सदस्य जैकी टाटीवाल को देखते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता उत्तेजित हो गए। पुलिस ने बीच बचाव कर कार्यकर्ताओं को शांत करवाया। रमा देवी के साथ कांग्रेस के सदस्य जैकी के जाने से कांग्रेस कार्यकर्ता नाराज थे।

राजधानी जयपुर में बीजेपी ने कांग्रेस खेमे में सुबह सेंध लगा दी। बीजेपी ने कांग्रेस की जिला परिषद सदस्य रमा देवी चोपड़ा को अपना उम्मीदवार बनाया और उनके साथ कांग्रेस का एक सदस्य जैकी भी रमा देवी के साथ चला गया। इससे कांग्रेस के पास बहुमत नहीं रह गया था। इस घटना के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी थी। इस नाराजगी के कारण ही हंगामे के हालात बने।

राजेंद्र राठौड़ और कांग्रेस नेताओं में नोकझोंक

बीजेपी के जिला परिषद सदस्यों के बस से उतरने के बाद बाहर माहौल तनावपूर्ण हो गया था। इस दौरान उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और कांग्रस के जयपुर संभाग प्रभारी व विधायक गोविंद मेघवाल के बीच जमकर नोकझोंक हुई। मेघवाल ने बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगाए।

पहले नोकझोंक बाद में एक ही गाड़ी में बैठकर गए महेश जोशी, राजेंद्र राठौड़
जिला परिषद के बाहर हो रहे हंगामे के बीच सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी भी पहुंच गए। महेश जोशी और राठौड़ के बीच मजाकिया अंदाज में वार पलटवार चले। बाद में महेश जोशी और राजेंद्र राठौड़ एक ही गाड़ी में बैठकर गए। राठौड़ और जोशी राजस्थान यूनिवर्सिटी में पढ़ते थे, दोनों के बीच उस समय से दोस्ती है। दोनों नेता राजनीतिक तौर पर एक दूसरे के खिलाफ भले ही तल्ख बयानबाजी करते हैं लेकिन इनकी दोस्ती आज भी बरकरार है।

उप प्रधान और उप जिला प्रमुख के लिए भी यही प्रक्रिया
जिला प्रमुख और प्रधान के चुनाव की प्रक्रिया की तरह ही उप जिला प्रमुख और उप प्रधान के चुनाव की प्रक्रिया होगी। उप जिला प्रमुख और उप प्रधान का चुनाव 7 सितंबर को होगा। उप जिला प्रमुख और उप प्रधान के चुनाव में जीते हुए पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद सदस्य वोट करेंगे।