Home News मुख्यमंत्री ने की मुरिया समाज की संगठन क्षमता और जागृति की प्रशंसा

मुख्यमंत्री ने की मुरिया समाज की संगठन क्षमता और जागृति की प्रशंसा

260
0

मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने शुक्रवार को जगदलपुर के धरमपुरा में निर्मित मुरिया समाज के सामाजिक भवन ‘मुरिया सदन‘ का लोकार्पण किया। उन्होंने समाज के लिए गौरवशाली क्षण बताते हुए कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ में ऐसा शानदार सामाजिक भवन नहीं देखा। उन्होंने इसके लिए मुरिया समाज की संगठन क्षमता और जागृति की प्रशंसा करते हुए कहा कि बिना एकजुटता के यह कार्य संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि 45 लाख रुपये की लागत से निर्मित इस भवन के लिए बस्तर विकास प्राधिकरण से 15 लाख रुपये , सांसद निधि से 10 लाख रुपये एवं विधायक निधि से 5 लाख रुपये प्रदाय किया गया समाज द्वारा इस भवन के निर्माण के लिए 15 लाख रुपये इकट्ठा करना समाज की एकजुटता और जागरुकता को बताता है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि मुरिया समाज का नाम लेते ही एक रंगारंग छवि मन में उभरती है, जहां ककसाड़, मांदरी के साथ गेड़ी नृत्य है। उन्होंने कहा कि मुरिया समाज में सौन्दर्य के साथ सुर है तथा यह समाज जब प्रकृति की तरंग में डूबता है तब सभी का उत्साह सातवें आसमान पर होता है।

उन्होंने कहा कि मुरिया समाज की संस्कृति बस्तर की विशिष्टता को संजोए हुए है इसमें प्रकृति की खुश्बु है और इस जंगल, पहाड़ के साथ इस क्षेत्र को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी इस समाज ने संभाली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज संगठित होने के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी आगे बढ़ा है। समाज सभी क्षेत्रों में सर्वांगीण विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज यहां राष्ट्रीय स्तर पर फुटबाॅल खेलने वाली बेटियों से भेंट हुई। यह क्षेत्र फुटबाल और तीरंदाजी की खेल प्रतिभाओं से भरा हुआ है और संसाधन उपलब्ध कराने पर बस्तर की ये प्रतिभाएं राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रयास के माध्यम से हमारे बेटे-बेटियां न केवल मेडिकल काॅलेज में जा रही हैं, इंजीनियरिंग काॅलेज में जा रही है बल्कि कौशल उन्नयन करके अपने सपने को साकार कर रहे हैं। आईआईएम, आईआईटी जैसी संस्थानों में जा रहे हैं। डिप्टी कलेक्टर बन रहे हैं और आने वाले समय में यही प्रयास सफल होगा, जब बस्तर के बच्चे ही यहां कलेक्टर और एसपी बनकर यहां सेवा देंगे।

शिक्षा का स्तर, गुणवत्ता कैसे बढ़े, इसके लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज खुशी का क्षण है कि यहां एक हजार बहनों को सायकल दी जा रही है। इससे इनका काम आसान होगा, जिससे आत्मविश्वास बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने बस्तर के विकास में नगरनार स्टील प्लांट की महत्वपूर्ण भूमिका बताई। उन्होंने कहा कि नगरनार भविष्य का भिलाई है। भिलाई आठ सौ की आबादी वाला एक गांव था, जिसकी गिनती आज देश के बड़े शहरों में होती है। यही नगरनार आने वाले दस साल बाद भिलाई की तरह पूरा शहर बन जाएगा। कई उद्योग यहां स्थापित होंगे, जिससे विकास की रफ्तार बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि यहां बड़े-बड़े शिक्षा संस्थान जैसे मेडिकल काॅलेज की स्थापना हो रही है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वयं बस्तर के विकास को प्राथमिकता देते हैं। बस्तर को रेल कनेक्टिविटी से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। भानुप्रतापपुर तक रेल सेवा प्रारंभ हो चुकी है और अब कोंडागांव होते हुए जगदलपुर को रेलमार्ग से जोड़ने का कार्य भी तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि बस्तर को रेलमार्ग के साथ-साथ टेलीकाॅम कनेक्टिविटी से भी जोड़ा जा रहा है, इसके साथ ही शासन द्वारा महिलाओं को स्मार्ट फोन भी दिया जाएगा। बस्तर के 14 वर्षोें के विकास का सफर यहां की जनता के आशीर्वाद से ही संभव हुआ है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 1529 हितग्राहियों को 58 लाख 12 हजार रुपये से अधिक के हितग्राहीमूलक सामग्री का वितरण किया। उन्होंने श्रम विभाग की मुख्यमंत्री सायकल सहायता योजना के तहत 1000 हितग्राहियों को सायकल, मुख्यमंत्री सिलाई मशीन सहायता योजना के तहत 50 हितग्राहियों को सिलाई मशीन, मुख्यमंत्री श्रमिक औजार सहायता योजना के तहत 100 हितग्राहियों को औजार, विवाह सहायता योजना के तहत 2 हितग्राहियों को 15-15 हजार रुपये तथा विश्वकर्मा मृत्यु दुर्घटना सहायता योजना के तहत 1 हितग्राही को 1 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की।

वन विभाग की लघु वनोपज उत्कृष्टता सम्मान योजना के तहत बजावंड के प्रबंधक फरसुराम बघेल, बकावंड के पोषक अधिकारी बीडी मानिकपुरी को 12-12 हजार रुपये , बजावंड की फड़मुंशी भागेश्वरी देवांगन, घोटिया के सोमारु सेठी तथा बजावंड के दुर्योधन कश्यप को 5-5 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि, कृषि विभाग द्वारा कृषि यांत्रिकीकरण सबमिशन तथा विशेष केन्द्रीय सहायता योजना के तहत 3 हितग्राहियों को पेडी ट्रांसप्लांटर, 2 हितग्राहियों को रीपर, 23 हितग्राहियों को पावर स्पे्रयर एवं 10 हितग्राहियों को 3-3 एचपी के विद्युत पम्प का वितरण किया गया।

जिला पंचायत द्वारा इस अवसर पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 52 माईक्रो एटीएम, लोहण्डीगुड़ा विकासखण्ड के 49 हितग्राहियों को वन अधिकार पट्टा एवं मत्स्यपालन विभाग के माध्यम से 224 हितग्राहियों को फिंगरलिंग कलेक्शन गिलनेट का वितरण किया गया। उन्होंने इस अवसर पर विशेष कोचिंग संस्थान में अध्ययन कर मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया।

इस अवसर पर आदिम जाति कल्याण मंत्री केदार कश्यप, वन मंत्री महेश गागड़ा, सांसद दिनेश कश्यप, जगदलपुर विधायक संतोष बाफना, युवा आयोग के अध्यक्ष कमलचंद भंजदेव, वन विकास निगम के अध्यक्ष श्रीनिवास राव मद्दी, जिला पंचायत अध्यक्ष जबिता मंडावी, जगदलपुर नगर निगम के सभापति शेषनारायण तिवारी, मुरिया समाज के अध्यक्ष मुरलीधर बघेल सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण, मुरिया समाज के सदस्यगण एवं ग्रामीण उपस्थित थे

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here