पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने उत्तर बंगाल (North Bengal) की अपनी यात्रा के अंत में GTA (Gorkhaland Territorial Administration) में करोड़ों रुपए भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि सालों दर साल उत्तर बंगाल में कोई विकास नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि जीटीए अकाउंट का ऑडिट किया जाएगा.
बता दें कि उत्तर बंगाल में अपने एक सप्ताह के लंबे प्रवास के बाद राज्यपाल धनखड़ आज कोलकाता लौट आए हैं. आज सुबह सुबह 11.30 बजे बागडोगरा हवाई अड्डे पर पहुंचे और दोपहर लगभग 1.30 बजे उड़ान से कोलकाता पहुंच गए. अपने एक सप्ताह के प्रवास के दौरान राज्यपाल ने कई प्रतिनिधिमंडलों, लोगों और क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की है. राज्यपाल ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.
क्लीक करे-
निगम और पंचायत के नहीं हुए हैं चुनाव
गौरतलब है कि बीजेपी ने इससे पहले जीटीए अकाउंट के ऑडिट की मांग की थी. उत्तर बंगाल की अपनी यात्रा के अंत में, राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बीजेपी के सुर में सुर मिलाते हुए जीटीएम में भ्रष्टाटार के मुद्दा उठाया है. उनके मुताबिक जीटीए क्षेत्र में खर्च की जा रही बड़ी रकम का ऑडिट होनी चाहिए. कई मामलों में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. उन्होंने कहा कि उत्तर बंगाल में उस तरह से विकास कार्य नहीं हुए हैं. जैसा होना चाहिए था. इस मामले में एक और ध्यान देने वाली बात यह है कि पहाड़ों में काम करने वाले किसी भी बोर्ड का चयन नहीं किया जाता है. लंबे समय से चुनाव नहीं हुआ है और न ही GTA नए सिरे से गठन हुआ है. पंचायत और नगर निगम के चुनाव अभी तक नहीं हुए हैं. राज्य सरकार की ओर से मनोनीत बोर्ड हर जगह काम कर रहा है. राज्यपाल ने सरकारी खर्च के ऑडिट की मांग की है.
टीएमसी ने राज्यपाल के बयान का किया है विरोध
राज्यपाल के GTA में करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार के आरोप का तृणमूल ने कड़ा विरोध किया है. तृणमूल नेता रवींद्रनाथ घोष ने कहा, ‘वह असंवैधानिक बात कर रहे हैं. जांच से पहले आप भ्रष्टाचार की बात कैसे कर सकते हैं? ऑडिट चल रहा है. यह हर साल होता है. पहाड़ों में सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार हुआ है. राज्यपाल के उत्तर बंगाल दौरे का मकसद राज्य सरकार को छोटा करना था राज्यपाल ने पहाड़ के लोगों का अनादर किया है. ‘
राज्यपाल के दौरे से अलग राज्य की मांग हुई तेज
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राज्यपाल का उत्तर बंगाल का दौरा इस समय और भी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि उत्तर बंगाल में अलग राज्य की मांग उठ रही है. राज्यपाल के उत्तर बंगाल जाते ही अलग गोरखालैंड की मांग उठने लगी. अखिल भारतीय गोरखा लीग, सीपीआरएम, गोरखा राज्य कांग्रेस, सिलीगुड़ी जिला भाजपा युवा मोर्चा के प्रतिनिधियों ने समय-समय पर राज्यपाल के साथ बैठकें की हैं. यूथ फ्रंट को छोड़कर पहाड़ी क्षेत्र के हर राजनीतिक दल ने राज्यपाल से अलग राज्य की मांग की है.