छत्तीसगढ़। पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल की पत्नी का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। सरला देवी शुक्ल पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहीं थी। दिल्ली के मैक्स अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली है। शुक्ल परिवार के करीबी दौलत रोहड़ा ने ये जानकारी दी है।
आपको बता दें पूर्व मंत्री विद्याचरण शुक्ल ने नक्सल हमले में अपनी जा गंवाई थी। माओवादियों ने 25 मई को छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में कांग्रेसी नेताओं के काफिले पर हमला किया, जिसमें 27 व्यक्तियों की मौत हुई और 36 अन्य घायल हुए।
मृतकों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रमुख नंदकुमार पटेल, उनके पुत्र दिनेश, वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेन्द्र कर्मा और पूर्व विधायक उदय मुदलियार शामिल थे। विद्याचरण शुक्ल के पिता रविशंकर शुक्ल एक जाने-माने वकील, स्वतंत्रता सेनानी, वरिष्ठ कांग्रेसी और पुनर्गठित मध्यप्रदेश के पहले मुख्यमंत्री थे।
विद्या भैया के नाम से मशहूर शुक्ल वह पहली बार 1957 में और कुल नौ बार लोकसभा के लिए चुने गए। वह स्वर्गीय इंदिरा गांधी के समय में केन्द्रीय सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री रहे और आपातकाल के दौरान मंत्रालय में विवादास्पद समय गुजारा। वे 80 के दशक के बाद के वर्षों में विश्वनाथ प्रतापसिंह से जुड़ गए और 1989 के संसदीय चुनाव से पूर्व गठित जनमोर्चा का हिस्सा रहे।