बिहार चुनाव के पहले चरण के नामांकन के दो दिन बीत चुके हैं लेकिन महागठबंधन और एनडीए में अभी तक सीट बंटवारे का मुद्दा उलझा हुआ है। ऐसा लग रहा था कि शुक्रवार को सीट बंटवारे का मामला सुलझ जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अपने लिए 36 सीटों पर अड़ी लोजपा ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। उसका कहना है कि उसे अधिकतर सीट पसंद की दी जाएं। ऐसा नहीं होने पर वह 143 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी।
लोजपा ने शनिवार शाम 5 बजे केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई है। बैठक में विशेष आमंत्रित सदस्यों के रूप में प्रदेश प्रधान महासचिव शाहनवाज कैफी व प्रदेश संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष राजू तिवारी भी बुलाए गए। माना जा रहा है कि चुनाव से पहले यह लोजपा की आखिरी बैठक होगी। बैठक में सभी 143 प्रत्याशियों पर चर्चा होगी।
नीतीश सरकार के ‘सात निश्चय’ को नहीं मानती लोजपा
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने शुक्रवार को कहा कि वे ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट’ विजन डॉक्यूमेंट को लागू करेंगे। पार्टी नीतीश सरकार के ‘सात निश्चय’ को नहीं मानती। सात निश्चय के सभी कार्य अधूरे रह गए। भुगतान भी नहीं हुआ। सात निश्चय भ्रष्टाचार का पिटारा है। अब सभी की निगाहें लोजपा की शनिवार को होने वाली बैठक पर टिकी हुई हैं।
एक अणे मार्ग में चली जदयू की लंबी बैठक
उधर एक अणे मार्ग में शुक्रवार को जदयू की लंबी बैठक चली। बैठक ख़त्म होने के बाद पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि बहुत जल्द सबकुछ सामने आ जाएगा। सब ठीक ही होगा। जो भी फैसला होगा मीडिया को बता दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव को भी लेकर बैठक में चर्चा हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस बात पर विमर्श हुआ कि चुनाव प्रचार कैसे हो। बाद में जदयू कार्यालय में अशोक चौधरी और पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा सांसद आरसीपी सिंह ने कहा कि दोनों प्रत्याशियों से लगातार बात कर रहे हैं। जल्द ही उम्मीदवारों की जानकारी दी जाएगी। कुल मिलाकर जदयू के लिए भी शुक्रवार का दिन कुछ खास नहीं रहा।
रूपसपुर के अपार्टमेंट में भाजपा की बैठक
वहीं भाजपा के नेता भी दिनभर लगातार बैठक करते रहे। पटना के रूपसपुर इलाके में स्थित एक अपार्टमेंट में हुई बैठक में देवेंद्र फड़नवीस, भूपेंद्र यादव, संजय जायसवाल, सुशील कुमार मोदी और नंद किशोर यादव मौजूद थे। भाजपा की ओर से भी सीट शेयरिंग और उम्मीदवारों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। उधर कांग्रेस नेताओं की भी सदाकत आश्रम में बैठक हुई। पार्टी के नेताओं की ओर से कई तरह के बयान आये। राजद को लेकर कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल के तेवर थोड़े ढीले पड़े। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्राथमिकता फासिस्ट भाजपा को हराना है। सीट शेयरिंग की वार्ता अंतिम दौर में है। बहुत जल्द जानकारी दी जाएगी।