कोरिया व सूरजपुर जिले में उत्पात मचाने के बाद सरगुजा जिले के उदयपुर वन परिक्षेत्र में जमे सात जंगली हाथियों को आबादी क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकने के लिए लगभग 800 मीटर चलित सोलर फेंसिंग किया गया है। शाम होते ही फेंसिंग के जीआई तार को सौर ऊर्जा से जोड़ दिया जाता है ताकि करंट प्रवाहित हो और हाथी को हल्का झटका लगे तो वह वापस लौट जाए। जंगल किनारे एकल घरों में रहने वालों को पक्के मकानों में भी शिफ्ट किया जा रहा है।
वन परिक्षेत्र उदयपुर में हाथियों का दल एक सप्ताह से उत्पात मचाये हुए हैं। हाथियों ने दावा से होते हुए करमकठरा जंगल मे प्रवेश किया तथा गुरुवार को रात में लक्ष्मणगढ़ जंगल किनारे स्थित एक किसान के घर को तोड़कर नुकसान पहुंचाया तथा कई किसानों के धान व मक्का के फसल को बुरी तरह से रौंदकर नष्ट किये हैं।
सभी हाथी दिनभर करमकठरा जंगल में शांत रहने के बाद शाम को बाहर निकलकर पूरी रात महेशपुर मानपुर लक्ष्मणगढ़ मारडीह जंगल, मोहनपुर उपकापारा फुनगी ससाकालो में घूमकर धान व मक्का के फसलों को बुरी तरह से रौंदकर और खाकर लगभग 1.3 हेक्टेयर धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है।
हाथियों का दल अभी भी महेशपुर लक्ष्मणगढ़ के जंगल में डेरा जमाए हुए है। हाथियों से लोगों को बचाने के लिए वन अमला उपवन क्षेत्रपाल एस बी सोनी के नेतृत्व में इनकी निगरानी में लगा हुआ है वन अमले द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए मुनादी कराई जा रही है तथा लोगों को हाथियों से दूर रहने की सलाह भी दी जा रही है। जंगल किनारे एकांत घरों में रहने वाले लोगों को बस्ती में आकर शासकीय स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र इत्यादि पक्के मकानों में रखने की व्यवस्था की जा रही है हाथियों के निगरानी में गजराज वाहन सुरक्षा उपकरणों के साथ वन अमला जुटा हुआ है।
हाथी-मानव द्वंद पर कार्यशाला का आयोजन ग्राम मोहनपुर के उपकापारा में किया गया जिसमें काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। प्रभात दुबे और वन परिक्षेत्राधिकारी सपना मुखर्जी ने उन्हें बताया गया कि गोबर कंडा में लाल मिर्च डालकर गड्डा करके उसे जलाने से हाथी घर के आस-पास नहीं आता है, दूसरा उपाय बताया गया रस्सी में मोबिल और हरा मिर्च का पेस्ट मिलाकर घर के चारो ओर तीन लाइन बना देने से घर के करीब हाथी नहीं आता है। इसी तरह आज कक्ष क्रमांक 2030 में 800 मीटर सोलर फेंसिंग की गई जिससे उपकापारा के निवासियों को हाथियों से बचाया जा सके।