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अमित जोगी – छत्तीसगढ़ में गिरोह का राज, विरोधियों को कुचलने किसी भी हद तक जा सकता है…

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शिक्षक अभ्यर्थियों पर एफआईआर दर्ज किए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। यह अभ्यर्थी भर्ती की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने बलवा समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। अब इसको लेकर जहां जेसीसीजे प्रमुख अमित जोगी ने एक वीडियो जारी कर कहा कि छत्तीसगढ़ में कानून का नहीं, बल्कि एक गिरोह का राज है। वहीं, भाजपा ने मुख्यमंत्री और गृहमंत्री पर केस दर्ज कराने की बात कही है।

अमित जोगी ने अभ्यर्थियों से मारपीट का वीडियो जारी कर एनएचआरसी को ट्वीट किया
छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जेसीसीजे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने अभ्यर्थियों से मारपीट का एक वीडियो जारी कर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को ट्वीट किया है। वहीं, उन्होंने लिखा है कि छत्तीसगढ़ में कानून का नहीं, बल्कि एक गिरोह का राज स्थापित हो चुका है। जो उसके विरोध करने वालों को कुचलने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। इसका मेरा परिवार खुद भुक्तभोगी है।

अभ्यर्थियों ने पहले ही दी थी प्रदर्शन की चेतावनी, पर मुख्यमंत्री ने उन्हें नहीं बुलाया
दूसरी ओर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने कहा कि अभ्यर्थियों ने रायपुर में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की चेतावनी दी थी, पर शासन ने गंभीरता से नहीं लिया। सरकार पहले ही चाहती तो प्रतिनिधि मंडल को बात करने बुला सकती थी। जो आश्वासन मुख्यमंत्री ने प्रदर्शन के बाद दिया, वो पहले भी दिया जा सकता था। कोरोना संकट में बिना अनुमति प्रदर्शन पर रोक लगाई जा सकती थी।

सरकार ने राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए छात्रों को जानकर नहीं रोका
उपासने ने कहा कि राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए सरकार ने जानकर अभ्यर्थियों को नहीं रोका। शासन चाहता तो आंदोलन को टाला जा सकता था, पर मुख्यमंत्री व गृह मंत्री चाहते थे की युवा रायपुर के सड़कों पर प्रदर्शन करें। फिर वे उनके समर्थन में कुछ घोषणा करके अपनी पीठ थपथपा लें। इसके लिए सरकार दोषी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और गृहमंत्री पर एफआईआर होनी चाहिए।

ये तस्वीर तीन दिन पुरानी बूढ़ा तालाब के पास की है। जब प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोक लिया था।

ये तस्वीर तीन दिन पुरानी बूढ़ा तालाब के पास की है। जब प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोक लिया था।

कोविड अस्पताल के सामने अभ्यर्थियों ने किया था प्रदर्शन
प्रदेश में करीब डेढ़ साल से 14580 पदों के लिए शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया रुकी हुई है। इसको लेकर अभ्यर्थी 3 दिन पहले सीएम हाउस का घेराव करने निकले थे, पर पुलिस ने इंडोर स्टेडियम में बनाए गए कोविड अस्पताल के सामने रोक दिया। तब सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों ने वहीं प्रदर्शन किया। शाम को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जल्द भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए। उधर, अगले ही पुलिस ने अभ्यर्थियों पर एफआईआर दर्ज कर ली।