जबलपुर । विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए वरिष्ठ नेता राममूर्ति मिश्रा और पार्टी के 3 बार के पूर्व विधायक हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। पूरा बवाल राममूर्ति मिश्रा की एक फेसबुक पोस्ट और उनके इस बयान से खड़ा हुआ जिसमें राममूर्ति ने हरेंद्रजीत सिंह बब्बू पर तंज कसते हुए पूछा कि संगठन के लिए ऐसा क्या किया है, जिससे संगठन मजबूत हुआ है।
दरअसल कांग्रेस से बीजेपी में आए नेता राममूर्ति मिश्रा ने अपने फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट शेयर की है, इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि नगर अध्यक्ष जीएस ठाकुर को बदलना ठीक नहीं होगा, इस पोस्ट पर पूर्व मंत्री और पश्चिम क्षेत्र से अपनी दावेदारी ठोंकने वाले हरेंद्र जीत सिंह बब्बू के लिए एक नसीहत भी लिख दी, राममूर्ति मिश्रा ने लिखा, बब्बू जी आपने संगठन के लिए ऐसी कौन सी इबारत लिख दी है जिससे संगठन को मजबूती मिली हो । इसके बाद बीजेपी के दोनों नेता आमने सामने आ गए, दोनों ने एक दूसरे पर जमकर जुबानी हमले बोले, दोनों ने एक दूसरे की पोल भी खोल दी ।
राममूर्ति मिश्रा ने बब्बू पर आरोप लगाया कि अगर वह कांग्रेस से बीजेपी में नहीं आते तो बब्बू 18000 की जगह 45000 मतों से अपनी हार दर्ज कर रिकॉर्ड कायम करते, राममूर्ति मिश्रा का कहना है कि बब्बू उनसे जलन और द्वेष रखते हैं, क्योंकि वह महज डेढ़ साल में ही संगठन और सत्ता के करीबी हो गए हैं, बब्बू को अपनी राजनीतिक जमीन गंवानी ना पड़ जाए इसके लिए वह बयानबाजी कर रहे हैं।
वहीं कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए राममूर्ति मिश्रा की इस बयानबाजी से पूर्व विधायक हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू आगबबूला हो गए हैं। बब्बू ने तो यहां तक कह दिया कि राममूर्ति में अकल नहीं है और वो पहले कांग्रेस के लिए नक्षत्री थे और अब बीजेपी के लिए नक्षत्री बन गए हैं। बब्बू ने कहा कि वो बीते विधानसभा चुनाव में वे राममूर्ति के ही क्षेत्र शंकरशाह वार्ड से पहली बार हारे हैं, वहीं बब्बू ने जबलपुर नगर अध्यक्ष पर हमला बोला है, बब्बू ने कहा कि पार्टी के नगर अध्यक्ष के चलते बीजेपी शहर की 4 में से 3 सीट हार गई लेकिन जीएस ठाकुर को फिर नगर अध्यक्ष बनाया दिया गया और यही जबलपुर शहर में बीजेपी की दुर्गति का कारण है। दरअसल बीजेपी के ये दोनों ही नेता जबलपुर के पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से आते हैं और दोनों ही खुद को अगले चुनाव में पार्टी की टिकट का हकदार मानते हैं। भाजपा के दोनों नेताओं की जुबानी जंग और उसमें बड़े नेताओं के ज़िक्र से पार्टी की जो किरकिरी हो रही है।