Home News हॉट स्पॉट हिंदपीढ़ी में कड़ी की गई सुरक्षा व्यवस्था, राजधानी के सारे...

हॉट स्पॉट हिंदपीढ़ी में कड़ी की गई सुरक्षा व्यवस्था, राजधानी के सारे बॉर्डर सील…

12
0

रांची. झारखंड के हॉट स्पॉट हिंदपीढ़ी में मंगलवार से सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से सख्त कर दी गई है। यहां से लाेगों के बाहर निकलने की बात सामने आने के बाद सीआरपीएफ की तैनाती की जाएगी। वहीं, रांची में बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों को देखते हुए राजधानी के सारे बॉर्डर को सील कर दिया गया है। केवल मान्य मामलों में ही छूट दी जा रही है। बताते चलें कि पूरे रांची जिले में अब तक 77 मरीज सामने आ चुके हैं। उसमें भी हिंदपीढ़ी में मरीजों की संख्या सर्वाधिक 53 है।

अनगड़ा में सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रख लोग बैंकों के बाहर कतार में नजर आए।

पुलिस-प्रशासन की सख्ती के बाद बुधवार को राजधानी की तस्वीर में काफी बदलाव देखने को मिला। बहुत जरूरी होने पर ही लोग घरों से बाहर निकले। उन्हें भी पुलिस जांच से होकर गुजरना पड़ा। सब्जी बाजारों में भी अन्य दिनों की अपेक्षा भीड़ काफी कम देखी गई। हिंदपीढ़ी के अलावे जहां भी जरूरत महसूस होगी, सीआरपीएफ जवानों की तैनाती की जाएगी।

काेराेना संक्रमण काे लेकर गठित राज्यस्तरीय समन्वय समिति की बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन ने राज्य के सभी कंटेनमेंट जाेन काे सील कर आवाजाही पर पूरी तरह से राेक लगाने का आदेश दिया है। बैठक में सीएम ने इस महामारी से बचाव औऱ इलाज, गरीबों और जरुरतमंदों को भोजन और राशन उपलब्ध कराने, राज्य और दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को सहायता उपलब्ध कराने और लॉकडाउन के पालन को लेकर उठाए जा रहे कदमों की जानकारी अधिकारियों से ली। डीजीपी ने कहा कि जहां पर सीआरपीएफ की तैनाती की जानी है, वहां राज्य पुलिस बल के भी जवान साथ में रहेंगे।

एनएच -33 को पुलिस ने तमाड़ के सलगाडीह में किया सील। ये रांची-तमाड़ सीमा है।

हिंदपीढ़ी के लाेग दूसरे क्षेत्र में जाकर खतरा पैदा कर रहे
मुख्यमंत्री ने कहा कि तमाम काेशिशाें के बाद हिंदपीढ़ी से निकलकर काेई बेड़ाे चला गया ताे काेई गढ़वा। राज्य के अलग-अलग क्षेत्राें में पाए जा रहे काेराेना संक्रमिताें का जुड़ाव हिंदपीढ़ी से हाे रहा है। इसका मतलब है कि हिंदपीढ़ी के लोग यहां से निकलकर दूसरे क्षेत्र में जा रहे हैं और वहां के लाेगाें काे भी खतरे में डाल रहे हैं। उन्हाेंने हिंदपीढ़ी के लाेगाें से आग्रह किया कि जहां हैं, वहीं रहे। इधर-उधर जाकर लाेगाें काे संक्रमित न करें।

काफी लोग हॉस्पिटल के बाहर जमा होकर क्वॉरैंटाइन सेंटर बनाने का विरोध करने लगे।

मेटास सेवन डे हॉस्पिटल को क्वॉरैंटाइन सेंटर बनाने का विरोध
जिला प्रशासन की ओर से बरियातू रोड में स्थित मेटास सेवंथ डे एड्वेंटिस्ट हॉस्पिटल को क्वॉरैंटाइन सेंटर बनाने की घोषणा की गई है। जैसे ही मंगलवार सुबह में इसकी सूचना हॉस्पिटल के कर्मचारियों और आसपास के लोगों को मिली वे नाराज हो गए और हॉस्पिटल को क्वॉरैंटाइन सेंटर बनाने का विरोध कर दिया। काफी लोग हॉस्पिटल के बाहर जमा होकर क्वॉरैंटाइन सेंटर बनाने का विरोध करने लगे। इसके बाद हॉस्पिटल पहुंची टीम के सदस्य वापस लौट गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि हॉस्पिटल को क्वॉरैंटाइन सेंटर बनाने की वजह से आसपास के लोगों को खतरा हो सकता है। साथ ही हॉस्पिटल में जो मरीज आते हैं, उन्हें भी परेशानी होगी। इसे देखते हुए किसी भी सूरत में हॉस्पिटल को क्वॉरैंटाइन सेंटर नहीं बनने देंगे। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों ने साफ किया है कि आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन किसी भी भवन हॉस्पिटल को अधिग्रहण कर सकता है और इसका विरोध करने वालों पर कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। 

20 हजार पीपीई किट के लिए नगर निकायों को दिए 5 करोड़
रांची सहित राज्यभर में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद सरकार को कोरोना वारियर्स की चिंता हुई है। अब जाकर हमारे कोरोना वॉरियर्स जैसे सफाईकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी और पुलिसकर्मी की सुरक्षा के लिए पीपीई किट की खरीदारी होगी। इसके लिए नगर विकास विभाग ने सोमवार को राशि आवंटित की है। रांची सहित राज्यभर के शहरी निकायों में कार्यरत काेराेना वारियर्स के लिए 20,878 किट की खरीदारी होगी। नगर विकास सचिव विनय कुमार चौबे ने कुल 5.21 करोड़ रुपए जारी किए हैं।