इस साल भी दाल की कीमतें बढ़ने का अनुमान लगाया रहा है. बताया जा रहा है कि मौसम के बिगडऩे से दलहन फसलों की पैदावार प्रभावित हुई है जिसका असर इनकी कीमतों पर पड़ा है. रिजर्व बैंक ने कच्चे तेल की कीमतों में उथलपुथल जारी रहने के बीच दूध और दालों के भाव बढऩे की आशंका को देखते हुए चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में खुदरा महंगाई दर का अनुमान बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया है. दलहन कारोबारी पहले ही पैदावार में कमी और कीमतों में बढ़ोतरी की आशंका जता चुके हैं. रिजर्व बैंक ने कहा है कि आने वाले समय में महंगाई दर पर खाद्य महंगाई, कच्चे तेल की कीमतों और सेवाओं की लागत जैसे कई कारकों का असर होगा. रिजर्व बैंक ने खाद्य मुद्रास्फीति को लेकर कहा है कि दिसंबर के उच्च स्तर की तुलना में इसमें नरमी आने का अनुमान है.