Home News नागरिकता कानून पर बवाल के बीच बांग्लादेश ने किया बड़ा ऐलान, कहा...

नागरिकता कानून पर बवाल के बीच बांग्लादेश ने किया बड़ा ऐलान, कहा अगर भारत में…

14
0

नागरिकता (Citizenship) एक विशेष सामाजिक, राजनैतिक, राष्ट्रीय, या मानव संसाधन समुदाय का एक नागरिक होने की अवस्था है।
सामाजिक अनुबंध के सिद्धांत के तहत नागरिकता की अवस्था में अधिकार और उत्तरदायित्व दोनों शामिल होते हैं। “सक्रिय नागरिकता” का दर्शन अर्थात् नागरिकों को सभी नागरिकों के जीवन में सुधार करने के लिए आर्थिक सहभागिता, सार्वजनिक, स्वयंसेवी कार्य और इसी प्रकार के प्रयासों के माध्यम से अपने समुदाय को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करना चाहिए. इस दिशा में, कुछ देशों में स्कूल नागरिकता शिक्षा उपलब्ध करते हैं। वर्जीनिया लिएरी (1999) के द्वारा नागरिकता को “अधिकारों के एक समुच्चय-के रूप में परिभाषित किया गया है- उनके अनुसार नागरिकता की अवस्था में प्राथमिक रूप से सामुदायिक जीवन में राजनैतिक भागीदारी, मतदान का अधिकार, समुदाय से विशेष संरक्षण प्राप्त करने का अधिकार और दायित्व शामिल हैं। नागरिकता कानून पर भारत में जोरदार प्रदर्शन चल रहा है। दिल्ली में सोमवार के बाद मंगलवार को भी इस कानून के खिलाफ जमकर विरोध हुआ। कई जगहों से हिंसा की खबरें भी आई हैं। कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष इस कानून के खिलाफ खड़ा हो गया है। हालांकि इस कानून की चर्चा सिर्फ भारत में ही नहीं हो रही है बल्कि बांग्लादेश में भी ये कानून सुर्खियों में है। पहली बार बांग्लादेश से इस कानून को लेकर बड़ा बयान आया है। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के सलाहकार ने बड़ा ऐलान कर दिया है।
विपक्ष ने राष्ट्रपति से की दखल देने की मांग
नागरिकता कानून का जहां एक ओर जमकर विरोध हो रहा है, वहीं विपक्ष ने बड़ा कदम उठा लिया और कई नेता सीधे राष्ट्रपति के पास पहुंच गए। इनमें सोनिया गांधी भी मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आवाज को दबा रही है और छात्रों को मारा पीटा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर पीएम नरेंद्र मोदी ने झारखंड में एक रैली के दौरान इस बिल का विरोध करने के पीछे कांग्रेस की साजिश बताई।
जानें बांग्लादेश ने किया क्या ऐलान
नागरिकता कानून को लेकर बांग्लादेश से भी बड़ा बयान आ गया। मंगलवार को पीएम शेख हसीना के सलाहकार गौहर रिजवी ने नागरिकता कानून पर बड़ा बयान दे दिया। हालांकि उन्होंने एक सवाल पर इस कानून को भारत का आंतरिक मामला बताया। इसके साथ ही उन्होंने बड़ा ऐलान कर दिया कि अगर भारत किसी भी बांग्लादेशी नागरिक के अवैध रूप से रहने का सबूत देता है तो उनका देश उसे वापस बुलाएगा। वो बोले कि भारत में सभी धर्मों के लोग शांति के साथ रहते हैं।