झीरम कांड पर चल रहे बयानों के बीच शुक्रवार को सीएम भूपेश बघेल ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को निशाने पर रखा। सीएम ने कहा कि मंत्री लखमा के नार्को टेस्ट से पहले हमले के दौरान सीएम रहे रमन सिंह और उनके अफसरों का नार्को टेस्ट होना चाहिए, क्या रमन सिंह व उनके अफसर इसके लिए तैयार हैं? सीएम किलेपाल में आयोजित एक सभा के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। इस मामले में पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार किया है।
गुरुवार को भाजपा नेता शिवनारायण द्विवेदी ने बिलासपुर में न्यायिक आयोग के सामने कवासी लखमा और अपना नार्को टेस्ट कराने की मांग की थी। इसके बाद से इस मुद्दे पर बयानबाजी जारी है। चित्रकोट उपचुनाव का प्रचार करने आए सीएम बघेल ने कहा कि फर्जी मामलों में जो आदिवासी जेल में बंद हैं उनकी रिहाई के लिए कमेटी गठित की गई है। अभी लगातार चुनाव आचार संहिता चल रही है। इसके खत्म होने के बाद कमेटी अध्ययन करके रिपोर्ट देगी, जिसके बाद सरकार फैसला लेगी। खुद हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द मामलों का समाधान किया जाए।
भाजपा है झीरम की जिम्मेदार : मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि दंतेवाड़ा उपचुनाव हारने के बाद भाजपा चित्रकोट भी हारने की कगार पर है। ऐसे में अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं। जब झीरम में हमला हुआ था तब भाजपा सरकार ने हमें सुरक्षा नहीं दी थी। नार्को टेस्ट करवाना है तो तत्कालीन सरकार के लोगों का करवाएं। भाजपा ने बाजार जाने वाले, मुर्गा लड़ाई में जाने वाले आदिवासियों को जेल में डाल दिया, हम सब निर्दोषों की रिहाई के लिए काम कर रहे हैं। सरकार के काम से बौखलाकर भाजपाई ऐसे बयान दे रहे हैं।