Home News गलत इंजेक्शन से किशोर की मौत का आरोप, परिजनों का हंगामा

गलत इंजेक्शन से किशोर की मौत का आरोप, परिजनों का हंगामा

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उल्टी की शिकायत पर जिला अस्पताल में दाखिल कराए गए एक किशोर की मौत हो गई। परिजनों ने गलत इंजेक्शन लगाने की वजह से पांच मिनट के अंदर मौत हो जाने का आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा किया। दो चिकित्सकों की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कराया गया है। साथ ही तहसीलदार मौके पर पहुंचकर परिजनों को मजिस्ट्रीयल बयान भी दर्ज किए।

भिलाईखुर्द निवासी आकाश पटेल (17) पिछले दो दिन से अधिक मात्रा में शराब का सेवन कर रहा था, इसलिए गुरुवार को वह उल्टी करने लगा। दोपहर को एक बजे उसके परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में दाखिल कराया। उसके भाई राकेश पटेल का कहना है कि शाम तक उल्टी थम गई थी। रात को भी उसके भाई की स्थिति ठीक थी। शुक्रवार को डिस्चार्ज कराते, इससे पहले एक नर्स चार मरीजों के लिए एक साथ इंजेक्शन लेकर पहुंची और उसमें से एक इंजेक्शन आकाश के हाथ में लगाई। इंजेक्शन से दवा अभी आधा ही शरीर के अंदर गया था कि आकाश छटपटाने लगा। आमतौर पर इंजेक्शन लगाते वक्त होने वाली परेशानी की वजह से वह अपने परिजनों के साथ उसके हाथ को पकड़कर रखा। इंजेक्शन लगने के पांच मिनट के अंदर आकाश का शरीर ठंडा पड़ गया और उसकी मौत हो गई। गलत इंजेक्शन का आरोप लगाते हुए परिजनों ने जिला अस्पताल में जमकर शोरगुल किया। पुलिस ने कार्रवाई करने की बात कही, जिसके बाद परिजन शांत हुए।

अरे! ये क्या हुआ, मैंने गलत इंजेक्शन दे दिया

परिजनों का कहना है कि आकाश की मौत के तुरंत बाद इंजेक्शन देने वाली नर्स ने खुद इस बात को स्वीकार करते हुए कहा कि अरे! ये क्या हुआ, मैंने गलत इंजेक्शन दे दिया। इसके बाद वह आनन-फानन में अपना बैग उठाकर अस्पताल से चली गई। 17 नंबर बेड पर आकाश था। 18 नंबर बेड पर मलेरिया पीड़ित एक अन्य युवक का इलाज चल रहा था। उसकी स्थिति बेहद गंभीर थी। उसे दिया जाने वाला हाइडोज दवा आकाश को दे दिया गया, जिसकी वजह से उसकी मौत हुई है।

तहसीलदार ने परिजनों का लिया बयान

अस्पताल प्रबंधन ने सुबह नौ बजे जिला अस्पताल पुलिस चौकी को मेमो भेजा, जिसके बाद शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई। चिकित्सक रश्मि सिंह व एमएस कंवर ने पोस्टमार्टम किया। कोरबा तहसीलदार सुरेश साहू की उपस्थिति में पूरी कार्रवाई की गई। मृतक के भाई व बुआ के अलावा चार परिजनों का बयान दर्ज किया गया है, ये सभी इंजेक्शन लगाए जाने के दौरान मौजूद थे।

बाजू के बेड के मरीज की भी मौत

परिजनों का कहना है कि 18 नंबर बेड के मरीज की भी मौत थोड़ी देर बाद हो गई। यह मामला भी आकाश की मौत से जुड़ा हुआ है। उसकी हालत बहुत खराब थी और उसे सही इंजेक्शन नहीं मिला, इसलिए उसकी भी जान लापरवाही की वजह से जाने की आशंका है। हालांकि मलेरिया पीड़ित होने की वजह से उसके परिजन इसकी शिकायत नहीं किए और न ही पुलिस ने मर्ग कायम किया।

गलत इंजेक्शन की वजह से आकाश की मौत होने का आरोप उसके परिजनों ने लगाया है। मर्ग कायम कर दो चिकित्सकों से पोस्टमार्टम कराया गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही वस्तु स्थिति का खुलासा हो सकेगा।

मैं इस वक्त बाहर हूं। मुझे केवल यह जानकारी मिली है कि अस्पताल में दाखिल एक किशोर की मौत हो गई है। परिजन गलत इंजेक्शन का आरोप लगा रहे हैं। मामले की जांच की जा रही।